पंचायत चुनाव की रंजिश में दो दोस्त की हत्या को दिया अंजाम अब तक चार ओरोपित पुलिस हिरासत में

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कानपुर (www.arya-tv.com) उजियारीपुरवा में शुक्रवार की रात दो दोस्तों की हत्या की वारदात के पीछे प्राथमिक छानबीन में चुनावी रंजिश सामने आई है। वहीं पुलिस ने रात में चार आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, जबकि मुख्य आरोपित शिवम अभी फरार है। गांव में एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। पुलिस घटना के हर बिंदु पर पड़ताल कर रही है।

पूर्व पंचायत चुनाव से चल रही दोनों पक्षों में रंजिश

उजियारीपुरवा में आरोपितों से वर्चस्व की लड़ाई पूर्व पंचायत चुनाव से चली आ रही है। स्वजन ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान आरोपित पक्ष ने बसपा समर्थित एक प्रत्याशी को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया था, जबकि राजकुमार व उसके भाइयों ने दूसरी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया था। उसी के बाद से दोनों पक्ष कई बार आमने सामने आ चुके हैं।

एक माह पूर्व भी आरोपितों ने नशेबाजी करते हुए राजकुमार को ड्यूटी से लौटते वक्त रोक लिया था और उससे आने वाले पंचायत चुनाव में बसपा समर्थित प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने के लिए कहा था। राजकुमार ने विरोध किया तो आरोपितों ने उससे मारपीट भी की थी। हत्या की घटना के बाद पुलिस ने चार आरोपितों को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की है। इसमें आकाश, विकास, विशाल और दीपू शामिल है। मुख्य आरोपित शिवम की तलाश कर रही है।

बसपा नेता से जुड़े हैं आरोपित

राजकुमार के चचेरे भाई अरविंद ने बताया कि आरोपित गांव के दबंग हैं। प्रापर्टी डीलर का काम करने वाले बसपा समर्थित एक जिला पंचायत सदस्य का संरक्षण होने के कारण आरोपित क्षेत्र में गुंडागर्दी और नशेबाजी करते रहते हैं। किसी की भी आरोपितों के सामने विरोध करने की हिम्मत नहीं होती। राजकुमार भाजपा के एक नेता के संपर्क में है, इस वजह से केवल वही आरोपितों का विरोध करता था। रोज की तरह ड्यूटी से आने के बाद राजकुमार खेत पर पानी लगाने गया था। आरोपितों को यह बात पहले से मालूम थी। इसी वजह से उन्होंने वापसी में घेरकर हमला कर दिया।

हमलावरों का इलाके के दो परिवारों ने भी दिया साथ

प्रत्यक्षदर्शी कुसुम ने बताया कि आरोपितों ने सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम दिया था। जिस स्थान पर उन्होंने राजकुमार व रवि को घेरा था। वहां आरोपित पक्ष के भी दो लोगों के मकान दोनों तरफ थे। घटना के बाद जब परिवारवाले बचाने पहुंचे तो उन घरों से भी लोगों ने पथराव किया। पथराव के चलते राजकुमार पक्ष के लोग भी मदद के लिए नहीं पहुंच सके। घटनास्थल पर एक मकान में कैमरा लगा था, लेकिन उसकी दिशा बदल दी गई थी।