(www.arya-tv.com)बांग्लादेश में हिंसा और तख्तापलट को लेकर पूर्व पीएम शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने बड़ा खुलासा किया है. पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे ने बताया कि विरोध प्रदर्शन नियंत्रण से बाहर हो गया था, क्योंकि कुछ समूह प्रदर्शनकारियों को भड़का रहे थे और उन्हें इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई या पश्चिमी समूहों का हाथ होने का संदेह है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने दो-तीन साल पहले ही आरक्षण कोटा हटा दिया था, लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार अदालत पहुंच गए थे, इसलिए विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. शुरू में यह छोटा सा विरोध था, लेकिन मुझे लगता है कि पश्चिमी समूह इसे भड़काते रहे. आखिरकार यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए और मेरी मां की सुरक्षा का मुद्दा बन गया. प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के आवास पर मार्च कर रहे थे. मेरी मां आखिरी समय में भी देश नहीं छोड़ना चाहती थीं. वह मिलिट्री एयरबेस पर गईं और उन्होंने अपनी बहन से कहा कि वह नहीं जाना चाहती हैं, लेकिन मैंने उनसे बात की और उन्हें जाने के लिए राजी किया. मैंने उनसे कहा कि चले जाओ क्योंकि वे तुम्हें मार देंगे.
पाकिस्तान ने भड़काई बांग्लादेश में आग
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि चीन इसमें शामिल है, क्योंकि वह कभी भी हमारे आंतरिक मामलों में शामिल नहीं रहा है. हम हर देश के मित्र थे. चीन और भारत के साथ हमारे अच्छे संबंध थे. हम भारत को अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते हैं. अमेरिका के साथ भी हमारे अच्छे संबंध थे, लेकिन पाकिस्तान (आईएसआई) हमेशा बांग्लादेश की आजादी के खिलाफ रहा है. हमने उनसे आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, इसलिए मुझे संदेह है कि आईएसआई विरोध-प्रदर्शन भड़काने में शामिल थी.
छात्रों के पास बंदूकें कहां से आईं?
उन्होंने सवाल किया कि जब विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक हो रहा था तो छात्रों के पास बंदूकें कहां से आईं? इसलिए पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए अत्यधिक बल का प्रयोग किया. इसके बाद भी हमारी सरकार ने तुरंत उन पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया, जिन्होंने उन पर एक्शन लिया था, लेकिन पूरी घटना को भड़काने के लिए तैयार किया गया था. विरोध बढ़ता गया और उन्होंने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने बंदूकों से पुलिस स्टेशनों पर हमला किया. उनके पास बंदूकें कहां से आईं?