गोरखपुर(www.arya-tv.com) शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में पहली बार बाघिन की दहाड़ गूंजी। पशु चिकित्सकों की टीम की देखरेख में नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (लखनऊ चिड़ियाघर) से एक बाघिन और एक तेंदुआ गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया है। इनके साथ लाए गए सेही का बाड़ा और कछुआ का तालाब भी गुलजार हो गया है। बीते गुरुवार को विनोद वन से चीतल और पाढ़ा लाए जाने के साथ ही चिड़ियाघर वन्यजीवों से गुलजार होने लगा था।
दूसरे चरण में लखनऊ चिड़ियाघर से वन्यजीवों को लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। गोरखपुर चिड़ियाघर के निदेशक डा. एच राजा मोहन और पशुपालन विभाग के पशु चिकित्साधिकारी आरके सिंह के दिशा-निर्देशन में पशु चिकित्सकों की टीम बाघिन और तेंदुए को लेकर गोरखपुर पहुंची। बाघिन की पहचान के लिए मैलानी तथा तेंदुए को नंदा नाम दिया गया है। इनके साथ लखनऊ चिड़ियाघर से एक नर और एक मादा सेही (साही) तथा घड़ियाल पुनर्वास केंद्र लखनऊ से नौ टर्टल भी लाए गए हैं।
सभी वन्यजीवों तथा कछुओं को फिलहाल क्वारंटाइन में रखा गया है। चिड़ियाघर के उप प्रभागीय वनाधिकारी संजय कुमार मल्ल, प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव, उप राजिक अजय कुमार तिवारी, चंद्रभूषण पासवान, वन दारोगा रोहित सिंह, वन्यजीव रक्षक शैलेश कुमार गुप्त और नीरज सिंह की देखरेख में वन्यजीवों को उनके बाड़े में छोड़ा गया। चिड़ियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी वन्यजीव पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्हें भोजन भी दिया गया है।