(www.arya-tv.com) बांग्लादेश की राजधानी ढाका सहित कई शहर हिंसा की चपेट में हैं। ये बवाल प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर चल रहा है. इस झड़प में अब तक कम से कम 100 लोगों की मौत भी हो गई है, रविवार को हुई भीषण झड़प में 14 पुलिसकर्मियों समेत 100 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. जिसे देखते हुए शेख हसीना सरकार ने रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की है। पिछले महीने से शुरू हुए मौजूदा विरोध प्रदर्शनों के दौरान पहली बार ऐसा कदम उठाया गया है। बांग्लादेश में हो रहे विरोध प्रदर्शन और हिंसा को देखते हुए भारत सरकार ने भी अपने नागरिकों से खास अपील की है। नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी गई है।
भारतीय उच्चायोग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
इसके साथ ही वर्तमान में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा गया है। अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फोन नंबरों के जरिए संपर्क में रहने की सलाह दी गई है। इसके लिए बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने फोन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर +8801958383679, +8801958383680, +8801937400591
क्यों जल रहा है बांग्लादेश?
बता दें कि , पिछले दिनों बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर काफी बवाल हुआ था, जिसे वहां के सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया था. अब प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हुए बवाल को लेकर ही सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. रविवार को स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर तले असहयोग कार्यक्रम में प्रदर्शनकारी भाग लेने पहुंचे थे. अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई.
100 से ज्यादा की मौत
प्रोथोम अलो अखबार के मुताबिक, असहयोग आंदोलन को लेकर देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में कम से कम 100 लोगों की जान चली गई. इनमें 14 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है.
राजधानी ढाका समेत कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं सामने आई हैं। जिसके चलते रविवार शाम से देश में कर्फ्यू लगा दिया गया. इंटरनेट और मोबाइल सेवा भी बंद कर दी गई है.
ये छात्र नहीं प्रधानमंत्री शेख हसीना का आया बयान
वहीं, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि विरोध के नाम पर बांग्लादेश में तोड़फोड़ की जा रही है. ऐसा करने वाले लोग छात्र नहीं, बल्कि आतंकवादी हैं. उन्होंने जनता से ऐसे लोगों से सख्ती से निपटने को कहा. सरकार ने सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिवसीय अवकाश की भी घोषणा की है.