(www.arya-tv.com) बरेली हम कालेज में तीसरी मंजिल पर थे। अचानक क्या हुआ पता नहीं। वहां हम कैसे पहुंच गए यह भी नहीं जानते। करीब डेढ़ घंटे बाद किशोरी ने चुप्पी तोड़ी तो बयान दर्ज करने पहुंचे तहसीलदार सदर पुष्पेंद्र सिंह से सिर्फ इतना ही बोली। इसके बाद काफी देर तक तहसीलदार प्रयास करते रहे। महिला पुलिस व डॉक्टर भी उससे घटना के बारे में जानकारी लेने की कोशिश करती रहे, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। माता-पिता के पहुंचने पर कुछ सामान्य हुई और उनसे बात की।
लड़की ने बड़ी मुश्किल से तोड़ी अपनी चुप्पी
छात्र के पिता ने बताया कि सुबह साढ़े दस बजे बेटी को कालेज लेकर थे। करीब साढ़े तीन बजे उसकी छुट्टी होनी थी। वह पूरे समय कालेज के गेट के बाहर ही मौजूद रहे। बेटी गेट से नहीं निकली। शाम करीब पांच बजे उसकी एक सहेली से पूछा तो बताया कि 12 बजे तक कालेज में ही देखा था। उन्होंने बताया कि हर 15 दिन पर बेटी कालेज आती थी। वही उसको यहां लाते और वापस ले जाते थे। कभी बेटी ने किसी के परेशान करने को लेकर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की।