(www.arya-tv.com) 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा पर पुलिस लगातार दूसरे दिन एक्शन में है। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए। यानी वे बिना इजाजत विदेश नहीं जा सकेंगे, उनके पासपोर्ट जब्त किए जाएंगे। वहीं, एक घंटे बाद खबर आई कि लाल किले में हिंसा करने वालों पर पुलिस ने राजद्रोह का केस दर्ज किया है।
हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि लुकआउट नोटिस किन-किन नेताओं के खिलाफ जारी हुए हैं और राजद्रोह के केस में किस-किस के नाम हैं। लेकिन, लुकआउट नोटिस के मामले में सूत्रों का कहना है कि जिन 37 नेताओं के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को FIR दर्ज की थी, उनमें से 20 के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं।
किसानों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान 2 महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन पहली बार उन्हें खुद विरोध की स्थिति सामना करना पड़ा है। गुरुवार दोपहर कुछ लोग सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे और इलाका खाली करने की मांग के साथ नारेबाजी करने लगे। वे तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर लिखा था कि तिरंगे का अपमान नहीं सहेंगे। ये लोग लाल किले की घटना को लेकर नाराजगी जता रहे थे।
किसानों को आशंका- सरकार घर भेजने की तैयारी कर रही
दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर की UP गेट पुलिस चौकी पर भारी सुरक्षाबल तैनात हैं। साथ ही UP रोडवेज की दर्जनों बसें भी खड़ी हैं। ऐसे में किसानों को आशंका है कि सरकार उन्हें घर भेजने की तैयारी कर रही है। लेकिन, वे कह रहे हैं कि किसी भी कीमत पर वापस नहीं जाएंगे।
इससे पहले, किसान नेता युद्धवीर सिंह ने हिंसा की घटनाओं पर माफी मांगते हुए कहा कि ‘गणतंत्र दिवस के दिन जो हुआ वो शर्मनाक है। मैं गाजीपुर बॉर्डर के पास था। जो उपद्रवी वहां घुसे उनमें हमारे लोग शामिल नहीं थे। फिर भी मैं शर्मिंदा हूं और 30 जनवरी को उपवास रखकर हम प्रायश्चित करेंगे।’
20 किसान नेताओं से पुलिस ने 3 दिन में जवाब मांगा
पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, 3 दिन में इसका जवाब दें। जिन नेताओं को नोटिस दिए गए हैं उनमें से 6 के नाम अभी तक सामने आए हैं। ये नेता हैं राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर सिंह राजेवाल और जगतार सिंह बाजवा। पुलिस ने जो नोटिस दिया है उसमें यह भी कहा है कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में तोड़फोड़ करना एक देश विरोधी हरकत है।
टिकैत को नोटिस देने पुलिसकर्मी दोपहर गुरुवार दोपहर 12.30 बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। लेकिन, टिकैत नोटिस लेने के लिए सामने नहीं आए तो पुलिस ने उनके टेंट पर नोटिस चिपका दिया। जगतार सिंह बाजवा ने भी मीटिंग में होने की बात कहकर नोटिस नहीं लिया। ऐसे में पुलिस उनके टेंट पर नोटिस चिपकाकर लौट गई।