(www.arya-tv.com)लखनऊ की अलीगंज पुलिस ने मंगलवार को बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया। यहां पर काम करने वाली युवतियां लोगों को फोन कर रोजगार दिलाने के बहाने उनकी बैंक अकाउंट डिटेल ले लेती थी। फिर रजिस्ट्रेशन के नाम पर खाता खाली कर रहीं थी। पुलिस को कॉल सेंटर से कई बेरोजगारों का डाटा भी मिला है। जिसे कुछ प्रमुख रोजगार दिलाने संबंधी साइट से चुराया जा रहा था।
ज्वाइंट कमिश्नर क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि क्राइम ब्रांच और अलीगंज पुलिस की टीम ने मंगलवार दोपहर मुखबिर के सूचना पर अलीगंज स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर पा छापा मारा। मौके से संचालक लखीमपुर मितौली निवासी अनुज पाल समेत कॉल सेंटर पर काम करने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें 9 युवतियां हैं, जो लोगों को अपने जाल में फंसाकर बैंक अकाउंट की डिटेल मांगती थी। फिर ओटीपी हांसिल कर लेती थी। गिरोह से जुड़े 5 सदस्यों की तलाश की जा रही है। आरोपी संचालक अनुज पाल पिछले काफी समय से कॉल सेंटर के माध्यम से बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठग रहा था।
वीडियो कॉलिंग के जरिए युवतियां बेरोजगारों को अपनी बातों में थी फंसाती
अलीगंज इंस्पेक्टर पन्नेलाल यादव ने बताया कि पुलिस टीम को अलीगंज पुरनिया पेट्रोल पंप के पास कैलाश प्लाजा में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। यहां काम करने वाली लड़कियां बेरोजगार युवकों को पहले फोन करती और बाद में वीडियो कॉल के माध्यम से फंसाती। जिसके बाद उन्हें कंपनी में नौकरी से पहले रजिस्ट्रेशन कराने की बात कहती। युवक उनकी बातों में आकर अपने क्रेडिट व डेबिट कार्ड की पूरी डिटेल ओटीपी के साथ साझा कर देते थे। जिसकी मदद से वहां बैठे गिरोह के सदस्य उनके खातों से रकम पार कर देते थे।
