(www.arya-tv.com) अयोध्या के रुदौली क्षेत्र में 13 जुलाई को शादी के कार्यक्रम में एक 45 साल का व्यक्ति डांस कर रहा था। तभी वो डांस करते हुए जमीन पर गिर गया और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो पता चला हार्ट अटैक से मौत हुई है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी बीवोक के 22 वर्षीय छात्र आशुतोष दुबे क्लास में लेक्चर अटैंड करने के बाद बाहर निकलते हैं और बाहर आकर पानी पीते हैं। उसी समय अचानक जमीन पर गिरते हैं और थोड़ी ही देर में मौत हो जाती है। परिजनों का कहना है कि आशुतोष को कोई दिक्कत नहीं थी।
यह महज हमारे लिए दो केस है लेकिन इसकी गंभीरता को नहीं समझें तो आने वाले समय में यह काफी परेशानी भरा हो जाएगा। लगातार यूपी में सडेन डेथ के मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि आम आदमी से लेकर एक्सपर्ट तक ऐसी मौत पर हैरानी जता रहे हैं।
KGMU के फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट के HOD प्रो.नरसिंह वर्मा कहते हैं, “कम उम्र में हार्ट अटैक और सडेन कार्डियक डेथ के पीछे के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से एक अहम कारण बढ़ता प्रदूषण भी हैं। हालिया शोध में इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि खतरनाक स्तर तक पहुंचा PM 10 जैसा पार्टिकुलेट मैटर का लेवल अब ब्लड में प्रवेश कर चुका हैं। वहीं ब्लड में जब हार्ट में सर्कुलेट करता हैं तो सडेन अटैक आने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। संभव हैं कि लगातार हो रही ऐसी मौत के पीछे भी यही कारण हो। साथ ही उनका कहना है, अभी तक मेडिकल साइंस सिर्फ ‘टिप ऑफ द आइस बर्ग’ यानी शुरुआती निष्कर्ष के दौर में ही हैं।”
अचानक से काम करना बंद कर रहा हार्ट, हो रही मौत
डॉ. वर्मा कहते हैं, “पहले जो अटैक 60 से 65 के उम्र के बाद आने की ज्यादा संभावना रहती थी। अब यह 20 से 25 साल में ही आ रहे हैं। इसके पीछे बड़ा कारण लाइफ स्टाइल हैं। मेरा मानना हैं कि बीते 40 सालों से तेजी से लोग अनिद्रा का शिकार हो रहे हैं। इसके चपेट मे आने वाले मरीजों की संख्या में बेहिसाब इजाफा हुआ हैं।
अब लोगों का बुढापा जल्दी आ जा रहा हैं। कम उम्र में ही लोगों के बाल पक रहे हैं। शरीर में ग्रोथ हार्मोन की कमी हैं। भोजन में कई कमियां हैं। शरीर खुद की जरूरत के अनुसार एक्सरसाइज भी नही कर पा रहा हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता हैं कि हार्ट पहले ही बेहद कमजोर हो चुका हैं और मामूली परेशानी भी जानलेवा साबित हो रही हैं।
बहुत ठंडा पानी पीने से अटैक की संभावना
डॉ. नरसिंह वर्मा कहते हैं, पानी पीने के बाद अचानक से मौत होना बेहद हैरान करने वाला हैं, प्रयागराज के मामले में क्या हुआ हैं इस पर कुछ सटीक कह पाना मुश्किल है पर यह जरूर है कि अचानक से बेहद ठंडा पानी पीने से वेसोफेगल अटैक होने के चांस बढ़ जाते हैं। इसका असर यह होता हैं कि वेसोफेगल नर्व में ब्लॉकेज होती हैं और फिर हार्ट अटैक आ सकता हैं। इसके अलावा पानी पीने के दौरान यदि पानी फेफड़ों में प्रवेश कर गया तो भी मौत हो सकती हैं।
प्रिवेंटिव केयर पर फोकस करने की जरूरत
डॉ. नरसिंह कहते हैं, चलते फिरते अचानक से हो रही मौत चिंता का विषय जरूर हैं और अहम बात यह हैं कि ये लगातार की जा रही बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करती हैं। फिलहाल ज्यादातर लोगों का फोकस बीमारी के इलाज पर है न की सेहत को दुरुस्त रखने पर। यह समझना जरूरी हैं कि यदि पहले से ही स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहेंगे तो यह संभव हैं कि बीमार होने से बच जाएं। अगर बीमारी के बाद जागेंगे तो कई परेशानी झेलनी पड़ सकती है।