(www.arya-tv.com) सौ करोड़ रुपये की टैक्स चोरी में फंसा शराब माफिया मनोज जायसवाल पर मेहरबानी में आबकारी अफसर चौतरफा घिरे हुए हैं। बावजूद माफिया के लिए अब भी हर कदम पर रहमदिली दिखाई जा रही है। शराब माफिया की पत्नी व भाईयों के जिन लाइसेंसाें की अब तक निरस्तीकरण की कार्रवाई हो जानी चाहिए थी वह निरस्त तो नहीं हुए, रिन्यू जरूर हो गए। मतलब यह है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की चल रही रिन्यूवल प्रक्रिया में आबकारी विभाग ने तीनों दुकानों के लाइसेंसों को रिन्यू कर दिया।
कमिश्नर आबकारी ने डीएम के पाले में डाली है गेंद
लाइसेंस निरस्तीकरण मामले में तत्कालीन डीएम के आदेश के विरुद्ध जिला आबकारी अधिकारी देव नरायन दूबे ने कमिश्रनर आबकारी कोर्ट में अपील की थी। जिला आबकारी अधिकारी की अपील पर कमिश्नर ने सुनवाई की थी। सुनवाई में टैक्स चोरी, माफिया के आपराधिक मामलों को गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर आबकारी ने डीएम को बीते दिनों नोटिस वापस लेने के आदेश पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था। बहरहाल, इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी।