छात्रों में दिखा उत्साह दो को कुलाधिपति स्वर्ण पदक और 48 को स्वर्ण पदक मिला

Prayagraj Zone UP

चित्रकूट।(www.arya-tv.com) सोमवार को जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में 923 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। इसमें दो को कुलाधिपति स्वर्ण पदक और 48 को स्वर्ण पदक मिला। इसको लेकर दिव्यांग छात्र-छात्राओं में उत्साह दिखाई पड़ा। बिहार के बेगूसराय जिला अंतर्गत सनहा पूरब साहेबपुर कमाल निवासी किसान के बेटे मनीष कुमार झा और चित्रकूट की मऊ तहसील अंतर्गत पूरब पताई निवासी फौजी पिता की संतान प्रमिला सिंह को कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिला।

मुख्यमंत्री के हाथों पीएचडी की डिग्री पाकर आराधना गुप्ता खुशी से उछल पड़ीं। बोलीं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। दिव्यांगता को मात देकर मन के उत्साह ने यह मुकाम दिलाया है। शिक्षण से दूसरे दिव्यांगों को बनाएंगे मजबूत : मनीष बिहार के बेगूसराय निवासी किसान के बेटे मनीष कुमार झा ने कहा कि उन्होंने एमएड की डिग्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय से ली है।

किसान पिता ने उनकी दिव्यांगता के बावजूद पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कुलाधिपति स्वर्ण पदक पाकर वह बेहद रोमांचित हैं। वर्ष 2018 में विवि से एमएड सर्वाधिक अंकों के साथ पास किया था। अब बिहार में रहकर ललित नारायण मिथला विवि से पीएचडी कर रहे हैं। वह दिव्यांगों को पढ़ाकर बेहतरी की राह दिखाने की सोच रखते हैं। इंजीनियरिग के क्षेत्र में गढ़ना है मुकाम : प्रमिला चित्रकूट की मऊ तहसील के पूरब पताई निवासी सैनिक पिता की पुत्र प्रमिला सिंह ने कुलाधिपति स्वर्ण पदक पाने के बाद कहा कि वह इंजीनियरिग के क्षेत्र में नया मुकाम गढ़ना चाहती हैं।

बीसीए में उनको सबसे अच्छे अंक मिले। इसीलिए कुलाधिपति स्वर्ण पदक के लिए चुना गया। साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर देश के लिए कुछ करने का जज्बा रखती हैं। इसीलिए एमसीए में प्रवेश लेकर आगे की पढ़ाई शुरू की है। वह दिव्यांग होने के बाद भी कभी हिम्मत नहीं हारीं, जिससे सफलता मिली।