(www.arya-tv.com)लखनऊ: देश में लगातार बढ़ते प्रदूषण और पेट्रोल डीजल के दामों की वजह से अब सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर ही फोकस कर रही है. आने वाले वक्त में सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहन ही नजर आने वाले हैं. ऐसे में इसमें नौकरियां तेजी से बढ़ रही हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों के एक्सपर्ट की डिमांड भी लगातार बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को कैसे बनाया जाए, उसके बॉडी पार्ट क्या होते हैं, इलेक्ट्रिक वाहन को कैसे तैयार किया जाता है और कैसे इसकी खराबी को दूर किया जा सकता है यह पूरी जानकारी दी जा रही है अलीगंज के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में, खास बात यह है कि यह पूरी ट्रेनिंग एकदम मुफ्त है.
स्टूडेंट्स को यहां पर ट्रेनिंग दे रहे सोनू ने बताया कि वह दिल्ली से आए हैं. यहां पर छात्र-छात्राओं को इलेक्ट्रिक वाहनों की ट्रेनिंग 11 दिन तक दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इसमें थ्योरी की क्लास भी हो रही है और प्रैक्टिकल भी चल रहे हैं, यानी पूरी इलेक्ट्रिक स्कूटी और बाइक को कैसे बनाया जाता है सब कुछ समझाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दिल्ली या मुंबई अभी भी इन जगहों पर इलेक्ट्रिक वाहन के मैकेनिक और इंजीनियर नहीं मिल रहे हैं ऐसे में इनके तैयार होने से आने वाले वक्त में उनकी डिमांड बढ़ेगी और जो अभी ट्रेनिंग कर रहे हैं इन्हें अच्छा पैकेज किसी भी कंपनी में इलेक्ट्रिक वाहन को बनाने या उसे रिपेयर करने के लिए मिलेगा.
आगे भी दी जाएगी ट्रेनिंग
स्किल प्रभारी निर्भय कुमार सिंह ने बताया कि यहां पर अलग-अलग ट्रेनिंग स्टूडेंट्स को दी जाती है, जिससे उनके रोजगार के अवसर मजबूत होते हैं. वहीं एचसीएल के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर विपिन विश्वकर्मा ने बताया कि यहां पर ट्रेनिंग के बाद छात्र-छात्राओं के प्लेसमेंट की भी पूरी तैयारी की जाती है, उन्हें प्लेसमेंट भी कराया जाता है. वहीं संस्थान के प्रिंसिपल राजकुमार यादव ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों से देश में प्रदूषण कम होगा और डीजल पेट्रोल के दाम बड़े या घाटे इससे लोगों को फिर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ऐसे में आने वाला वक्त इलेक्ट्रिक वाहनों का ही है. इसमें रोजगार के नए अफसर बनने वाले हैं इसलिए इसकी ट्रेनिंग शुरू की गई.