फर्रुखाबाद।(www.arya-tv.com) परिषदीय व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की भूमि से कब्जे हटवाने के आदेश भले ही दिए गए हों लेकिन विभागीय अफसर चुप्पी साधे बैठे हैं। जिले में 12 से अधिक विद्यालयों की जमीन पर अतिक्रमण है। जिला मुख्यालय में मुख्य मार्ग पर स्थित नरेंद्र सरीन स्कूल की कीमती जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए मकान हटाने के मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने दो सप्ताह पूर्व परिषदीय विद्यालयों और बा-विद्यालयों की भूमि से अवैध कब्जे हटाकर उन्हें संरक्षित किए जाने के आदेश दिए थे। साथ ही भूमि को चिह्नित कर अभिलेखों में दर्ज करवाने को कहा गया है। शिक्षा विभाग के अफसरों की मानें तो जिले में एक-दो विद्यालयों में ही अतिक्रमण की शिकायतें हैं, जबकि हकीकत इससे उलट है।
नरेंद्र सरीन स्कूल की कीमती भूमि के अलावा कायमगंज ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सिवारा खास, बढ़पुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बसेली, कमालगंज ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय दानमंडी, प्राथमिक विद्यालय कटनी मानपुर व शमसाबाद ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय ललौर की जमीन पर अतिक्रमण हैं। स्कूल परिसर में मकान व दुकान बना लिए गए हैं। कही कृषि यंत्र खड़े कर रखे हैं तो कहीं पुराने भवन में कंडे-भूसा आदि भरा हुआ है।
मोहम्मदाबाद ब्लाक में करीब आधा दर्जन विद्यालयों की जमीन पर अवैध कब्जा है। यही हाल कमालगंज ब्लाक में स्थित चार परिषदीय विद्यालयों का है। जिला समन्वयक निर्माण दिलीप राजपूत ने बताया कि उनके पास अतिक्रमण की एक-दो शिकायतें ही आई हैं। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर परिषदीय विद्यालयों में अतिक्रमण की सूचना मांगी गई थी। अभी तक सूचना उपलब्ध नहीं कराई है। जानकारी मिलने पर सीडीओ व एसडीएम से संपर्क कर अतिक्रमण हटवाया जाएगा।
