कानपुर।(www.arya-tv.com) नयागंज मकान नंबर 55/90 में रहने वाले हीरालाल चौबे 87 वसंत देख चुके हैं, मगर अपना बकाया बिजली बिल लेकर केस्को पहुंचे तो वहां जो उन्हें दिखाया गया, उससे हैरान होने के साथ परेशान भी हैं। 87 वर्षीय हीरालाल समझ नहीं पा रहे, दो साल पहले लगाए मीटर पर 118 साल का बकाया कैसे हो गया! वह समस्या के निस्तारण के लिए गुहार लगाते इस उम्र में इधर-उधर चक्कर लगा रहे हैं।
जेई से लेकर केस्को एमडी तक व मुख्यमंत्री पोर्टल पर तीन बार शिकायत और लगातार दौडऩे के बाद भी कुछ नहीं हुआ। केस्को ने जिस वर्ष से बिल बकाया दिखाया है तब न शहर में बिजली आपूर्ति शुरू हुई थी, न वह खुद वजूद में था। पीडि़त उपभोक्ता का जन्म उस वक्त नहीं हुआ था।
शहर में बिजली की आपूर्ति वर्ष 1906 में शुरू हुई जबकि बकाया वर्ष 1901 से दिखाया गया। हीरालाल चौबे ने जून 2017 में नए बिजली कनेक्शन का आवेदन किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें बताया गया कि मकान में सुनीता देवी के नाम लगे पुराने मीटर पर चार हजार रुपये बकाया है।
हीरालाल ने बकाया अदा कर दिया। इसके बाद एक जुलाई को नया मीटर लगा। दो साल तक तो सब ठीक चला। जब 31 मार्च 2019 को बिल जमा किया तो 37634 रुपये की बकाया राशि जुड़ कर आ गई। शिकायत करने पर मई और जून का बिल सही आया, लेकिन जुलाई में दोबारा बकाया जोड़कर भेज दिया गया।
हीरालाल चौबे ने फूलबाग डिवीजन में इसकी शिकायत की तो उनको वर्ष 1901 से वर्ष 2019 तक की कंज्यूमर हिस्ट्री निकाल कर दे दी गई। कहा कि पुराना बकाया जुड़ कर आया है। गलत तरीके से भेजे गए बिल को सही कराने के लिए वह लगातार चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा है।
मुख्यमंत्री पोर्टल पर जवाब मांगे जाने पर भी केस्को अधिकारी खेल कर गए। बता दिया कि उपभोक्ता की अनुमति से पुराने कनेक्शन पर बकाया नए कनेक्शन पर ट्रांसफर किया है। हीरालाल सवाल उठाते हैं कि नया कनेक्शन 2017 में लगा, तब कोई बकाया नहीं था।
आखिर दो वर्ष बाद 2019 में बकाया कैसे ट्रांसफर हुआ। केस्को ने जवाब में यह भी जानकारी दी कि पुराने मीटर का कनेक्शन पूर्ण रूप से 2014 में खत्म कर दिया गया है। जब स्थायी रूप से कनेक्शन कट चुका है तो बकाया किस तरह निकल रहा है।
