स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, एडी हेल्थ ने दिया जांच का आदेश… बोला- यह पूर्णत: जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही

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जिला अस्पताल के मेल सर्जरी वार्ड के निष्प्रयोज्य बरामदे में मरीज को बेड से बांधे जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। लोगों ने सोशल मीडिया अकाउंट पर खबर को टैग कर स्वास्थ्य विभाग की जमकर किरकिरी की। अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. बीके चौहान ने जांच के आदेश जारी कर दिए। आदेश के बाद रविवार को जिला अस्पताल का कार्यालय खोला गया। मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई। एडी हेल्थ ने इसे जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही करार दिया है।

सूत्रों की मानें तो खबर वायरल होने के बाद प्रशासन के साथ खुफिया विभाग भी सक्रिय हुआ। मामले की जांच पड़ताल की गई है। दूसरी ओर एडी हेल्थ ने रविवार को कहा कि मरीज अगर मानसिक रोगी भी रहा होगा तो उसे बांधना गलत है। उसे रेफर कर देते, लेकिन जिस तरीके से निष्प्रयोज्य भवन के नीचे उसे बेड पर बांधकर लिटाया गया, वह बेहद अमानवीय कृत्य है। प्रकाशित खबर में मैंने देखा है कि भोजन की थाली भी उसके पास रख दी गई। यह पूर्णत: जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है। मैंने सीएमएस से बात कर जांच कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है।

प्रभारी सीएमएस डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी डॉ.एके सिन्हा की अध्यक्षता में गठित कर दी गई है। इसमें सदस्य के रूप में डॉ. मो. अकरम व मैट्रन इंदिरा राय को शामिल किया गया है। तीन दिन के भीतर आख्या मांगी गई है। डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि जांच कमेटी यह देखेगी कि मरीज को कौन निष्प्रयोज्य बरामदे में ले गया? किसने हाथ-पैर बांधे और किसके कहने पर ऐसा हुआ?