भारत अब सोने के शेरों का देश:किसी में हिम्मत हो तो लूटकर दिखाए:अनूप जलोटा

# ## Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) भजन सम्राट अनूप जलोटा ने कहा, भारत पहले सोने की चिड़िया थी। इसलिए अंग्रेज चिड़िया को पहले नोंचे और फिर लूट ले गए। देश का कोहिनूर भी अंग्रेज लूट गए गए। लेकिन, अब मोदी और योगी ने इसे सोने के शेरों का देश बना दिया है।

आज के दौर में भारत सोने की चिड़ियों का नहीं बल्कि शेरों का देश है। हमने इस गाने का बोल भी बदल दिया है। ”जहां, डाल…डाल पर सोने के शेरों ने किया बसेरा…वो भारत देश है मेरा”। अब किसी में हिम्मत हो तो हमारे देश को लूटकर दिखाए।

ओंकारम की करेंगे शुरूआत
दरअसल, अनूप जलोटा के संरक्षण वाली संस्था ओंकारम की ओर से आयोजित ‘राम-रमैया’ कार्यक्रम में शामिल होने गोरखपुर पहुंचे हैं। इस कार्यक्रम की गोरखपुर में रविवार से अनौपचारिक शुरुआत हुई। शुभारंभ कार्यक्रम शाम 7 बजे योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में हुआ।

कार्यक्रम में मंच पर देश भर के गायक कलाकारों के साथ खुद अनूप जलोटा मौजूद रहे। उन्होंने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति भी दी। स्थानीय कलाकारों को भी मंच पर प्रस्तुति का अवसर दिया गया।

पवित्र नदियों के घाटों पर करेंगे प्रोग्राम
अनूप जलोटा ने कहा, हमारे देश का धर्म, विशेषताएं और संगीत काफी उच्चकोटि का है। हमारा उदृदेश्य है कि ओंकारम के जरिए हम अपनी धर्म, विशेषताएं और संगीत को दुनियां भर में पहुंचाएं। इसके लिए हमारे देश के जिन प्रमुख शहरों में पवित्र नदियां बहती हैं, उन नदियों के घाटों और बीचों पर हम कार्यक्रम आयोजित करेंगे। जिसमें सिर्फ संगीत ही नहीं, बल्कि अध्यात्म, योग विद्या, डांस, म्यूजिक सिखाने का काम करेंगे।

21 शहरों में होगा आयोजन
पहले क्रम में यह कार्यक्रम देश के 21 शहरों में होगा। आज इसकी शुरूआत गुरु गोरक्षनाथ की पावन धरती गोरखपुर से हो रही है। उन्होंने कहा, गोरखपुर से इस कार्यक्रम की शुरूआत करने का उदृदेश्य यह है कि गोरखपुर सिद्ध पुरूषों और तपस्वियों की धरती है। यह एक सिद्धधाम भी माना जाता है। दूसरी एक वजह यह भी है कि मैं बचपन से गोरखपुर में कार्यक्रम करने आता रहा हूं। लेकिन, जो प्यार और अपनामन मुझे यहां मिलता है, वो शायद कहीं और देखने को नहीं मिलता।

स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मंच
इस कार्यक्रम के जरिए हम नए कलाकारों को भी मंच दे रहे हैं। जबकि, इसमें मुबंई के कलाकार भी शामिल होंगे। आज के कार्यक्रम में भी 10 लोकल कलाकार अपनी प्रतिभा की प्रस्तुति देंगे। इस कार्यक्रम के जरिए हम संदेश देना चाहते हैं कि हमारे समाज को किसी ओर जाना चाहिए और युवाओं को किस ओर जागरूक करना है। यह कार्यक्रम एक तरह का समाजिक और आध्यात्मिक संदेश भी होगा

भजन से होगी कार्यक्रम की शुरुआत
अनूप जलोटा ने बताया, शुभारंभ कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजनों से होगी। उसके बाद अनूप जलाेटा अपने शिष्यों के साथ सुंदरकांड और भजनों की सुरमयी प्रस्तुति देंगे। सोमवार की सुबह अनूप स्थानीय कलाकारों को मास्टर क्लास के जरिये गायन के टिप्स देंगे।

5 विभूतियों को भजन सम्राट के हाथों मिलेगा सम्मान
पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के 5 प्रमुख विभूतियों को भजन सम्राट के हाथों सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वालों में शामिल होंगे- पद्मश्री साहित्यकार प्रो. विश्वनाथ तिवारी, प्रख्यात होमियोपैथिक चिकित्सक डा. रामरतन बनर्जी, प्रख्यात तबला वादक प्रेमशंकर गंगानी, डा. आरके शाही और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. अलक राय शामिल हैं।