बाइक पर शव ले जाने के मामले में डीएम ने की तीन पर कार्रवाई; पुलिसकर्मियों की थी शव ले जाने की जिम्मेदारी

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में बाइक पर बेटे के शव को ले जाने के मामले में डीएम ने बड़ी कार्रवाई की है। शव वाहन चालक को बर्खास्त कर दिया गया है। चौकी इंचार्ज सिविल लाइन शशांक पांडेय को लाइन हाजिर किया गया है जबकि अस्पताल के आरक्षी शशिधर को भी सस्पेंड कर दिया गया है। शुरुआती तौर पर दो पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी सामने आई है। अगर यह शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाते तो बेबस पिता को अपने बेटे का शव बाइक से न ले जाना पड़ता। मामले की जांच एएसपी उत्तरी को सौंपी गई है।

लापरवाही की सारी हदें हो गईं पार
स्वास्थ्य महकमे का संवेदनहीन रवैया सामने आया। एक पिता अपने बेटे का शव कंधे पर लेकर डेढ़ घंटे तक अस्पताल में इधर-उधर घूमता रहा। शव वाहन नहीं मिला तो हारकर मोटर साइकिल पर पोस्टमार्टम हाउस लेकर गया। बताया जा रहा है कि शव वाहन चालक नशे में था वह डेढ़ घंटे तक इधर उधर की बातें कर टरकाता रहा। जब उस पिता ने अपना दर्द बयां किया तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के सारे दावों की पोल खुल गई।

शव ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं
मामला सदर जिला अस्पताल का है, यहां एक व्यक्ति अपने बेटे के शव को बाइक से लेकर आया था। तालगांव क्षेत्र के निवासी छेदी का 9 वर्षीय पुत्र अंकुर कस्बे में सड़क हादसे का शिकार हो गया था। उसने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के लिए कह दिया।

कई बार फोन किया, हर बार एक ही जवाब
परिजन शव वाहन की तलाश करने लगे। पिता ने बेटे के शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने के लिए शव वाहन के ड्राइवरों से फोन करके शव ले जाने के लिए कहा तो ड्राइवरों ने जल्द से जल्द आने की बात कही लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी कोई नहीं आया। डेढ़ घंटे से ज्यादा बीत गए। बेबस पिता का सब्र टूट गया तो बाइक से ही शव ले गया।

ड्राइवर के नशे में होने का आरोप
परिजनों का यह भी आरोप है कि शव वाहन का ड्राइवर नशे में था। फोन पर बात करते समय वह तरह-तरह की बातें कर रहा था। कभी खाना खाने की बात कहता तो कभी कुछ और। इंतजार के बाद भी नहीं आया।

जिम्मेदार बोले-थोड़ा और सब्र कर लेते
वहीं, इस पूरे मामले में जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पीड़ित परिवार को थोड़ा सब्र करना चाहिए था क्योंकि शव वाहन लाने ले जाने में समय लगता है और लगातार वाहन इसी काम मे ही लगे हैं।