CM के निशाने पर जिलों के अफसर:जनता की शिकायतों की सुनवाई में लापरवाही पर होगी कार्रवाई

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(www.arya-tv.com) यूपी में योगी सरकार जनशिकायतों पर कार्रवाई ना करने वाले अफसरों पर एक्शन के मूड में है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता की शिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। सीएम ने जनता की समस्याओं को जिले स्तर पर निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी जल्द जनसुनवाई पोर्टल, IGRS और सीएम हेल्पलाइन की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करेंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव ने जिले और कमिश्नरी स्तर तक के सभी अधिकारियों को आदेश जारी किया है।

जिलों में तैनात DM और SSP को CM की चेतावनी
सीएम योगी ने हाल ही में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए थे कि डीएम और पुलिस कप्तान जनसमस्याओं के तुरंत समाधान करने में संवेदनशील रहें। आम जनता के प्रार्थना पत्रों का तय समय में निस्तारण हो। इससे पहले भी जनशिकायतों के तय समय में निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री ने समय-समय पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भी निर्देश दिए हैं। ऐसे जिलों, तहसील और थानों की पहचान करते हुए जिलास्तरीय अधिकारियों को चेतावनी भी दी गई है।

तहसील और थानों की विशेष समीक्षा करने के आदेश
मुख्य सचिव ने आदेश में कहा है कि सीएम योगी जल्द ही जनसुनवाई, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। जनसुनवाई में अधिकारियों की अनुपस्थिति आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर मिले जनशिकायतों का सही और जल्द निस्तारण नहीं होता है तो सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने आदेश दिए हैं कि ऐसे चिह्नित तहसील और थानों की विशेष समीक्षा करें और आवश्यकता हो, तो दौरे कर मानक के अनुरूप निस्तारण करें। शिकायतकर्ता द्वारा एक बार से अधिक शिकायत देने पर दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी आदेश दिए हैं।

जन प्रतिनिधियों से मिले जन समस्याओं का प्राथमिकता से करें निस्तारण
मुख्य सचिव ने जन सुनवाई के वक्त जन प्रतिनिधियों से मिले जन समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण, प्रतिनिधियों के साथ समय-समय पर पाक्षिक और मासिक बैठक कर समस्याओं का सकरात्मक समाधान करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा सरकारी सीयूजी नम्बर पर वरिष्ठ अधिकारियों को खुद जवाब देने और जनप्रतिनिधियों से दूरभाष पर भी सम्पर्क में रहने के आदेश दिए गए हैं।

IGRS पर मिली टॉप 10 जिले से शिकायतें
मई महीने में IGRS पर मिली शिकायतों के निस्तारण में पुलिस के अलावा अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप टेन जिलों में पीलीभीत, एटा, मुरादाबाद, बांदा, संभल, सीतापुर, उन्नाव, बहराइच, फर्रुखाबाद और अमेठी हैं, जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में प्रयागराज, रायबरेली, प्रतापगढ़, बस्ती, मिर्जापुर, कौशांबी, सोनभद्र, भदोही, मेरठ और अयोध्या शामिल हैं।

पुलिस विभाग के अच्छा और खराब प्रदर्शन करने वाले टॉप 10 जिले
मई में पुलिस विभाग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों में सिद्धार्थनगर, भदोही, फर्रुखाबाद, महोबा, सहारनपुर, गाजीपुर, शामली, कासगंज, सोनभद्र और जालौन हैं। जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में पुलिस आयुक्त लखनऊ, एसएसपी प्रयागराज, आगरा, पुलिस आयुक्त कानपुर शहर, एसएसपी मैनपुरी, संभल, कानपुर देहात, प्रतापगढ़, खीरी और गोरखपुर है।