गुरूद्वारे में कीर्तन गाकर करते थे गुजारा, अब 185 करोड़ के मालिक

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(www.arya-tv.com) गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ 37 साल के हो गए हैं। 6 जनवरी, 1984 को दोसांझ कलां गांव, जालंधर पंजाब में जन्मे दिलजीत का असली नाम दलजीत है। पिता बलबीर सिंह पंजाब रोडवेज़ में कर्मचारी थे, तो मां सुखविंदर गृहिणी थीं।

परिवार की आर्थिक हालत कुछ खास नहीं थी। दिलजीत पढ़ने-लिखने में भी ठीक नहीं थे, तो गायिकी की ओर रुझान बढ़ा। उन्होंने लुधियाना में रहकर दसवीं तक पढ़ाई की। स्थानीय गुरूद्वारे में भारतीय शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लिया और कीर्तन करने लगे। कीर्तन करते दिलजीत की आवाज सबको अच्छी लगती, तो लोग उन्हें बाहर गाने के लिए प्रेरित करते। गुरूद्वारे के बाद दिलजीत ने शादी-समारोहों में गाना शुरू किया।

‘उड़ता पंजाब’ से बॉलीवुड में हुई एंट्री

2004 में दलजीत ने अपना पहला एल्बम ‘इश्क दा उड़ा अड्डा’ रिलीज किया। इस दौरान नाम दलजीत से दिलजीत कर लिया। 2011 में द लायन ऑफ पंजाब फिल्म से डेब्यू किया, पर फिल्म फ्लॉप रही लेकिन उनका एक गाना सुपरहिट रहा और पहली बार बीबीसी के एशियन डाउनलोड चैट में नॉन बॉलीवुड सिंगर का गाना टॉप पर पहुंचा। 2016 में फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ से बॉलीवुड में एंट्री ली। इसके बाद फिल्लौरी, सूरमा, अर्जुन पटियाला, गुड न्यूज और सूरज पे मंगल भारी में अभिनय किया। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपना म्यूजिक एल्बम ‘जी.ओ.ए.टी’ रिलीज किया है।

पगड़ी को लेकर पजेसिव

दिलजीत के बारे में कहा जाता है कि वह पहले सरदार हैं, जिन्होंने अपनी पहचान छोड़े बिना बॉलीवुड में काम शुरू किया है। लोग उन्हें सलाह देते थे कि पगड़ी के चलते उन्हें कोई रोल नहीं मिलेगा। इस पर वह कहते हैं कि कोई रोल मिले न मिले, लेकिन वह पगड़ी नहीं उतारेंगे। दिलजीत के बारे में कहा जाता है कि वह अपने रोल के लिए ऑडिशन देना भी पसंद नहीं करते। यूट्यूब पर अपनी पगड़ी के पसंदीदा रंगों के बारे में बात करते हैं, तो कई प्रशंसकों ने उनके जैसी पगड़ी पहनाना सिखाने के लिए कई वीडियो भी बनाए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिलजीत की कुल संपत्ति 185 करोड़ रुपए है।