डिजिटल साक्षरता से मिलेगी युवाओं को सही दिशा: मानव विकास एवं सेवा संस्थान

Lucknow

लखनऊ :  डिजिटल साक्षरता, साइबर अपराध आदि अनेक समस्यों से  युवाओं और जनता को जागरूक करने के लिए  अर्याकुल ग्रुप ऑफ़ कालेजेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार  विभाग ने शहर के जाने- माने एन.जी.ओ.  मानव विकास  एवं सेवा संस्थान के साथ मिलकर ‘एथिकल यूज ऑफ़ डिजिटल मीडिया’  नामक एक  जनजागरूकता अभियान प्रारंभ किया है।

इस अभियान के तहत संस्था कि टीम शहर के विभिन्न विद्यालयों में जाकर डिजिटल मीडिया के नैतिक इस्तेमाल के बारे में  छात्रो को वर्कशॉप, प्रेजेंटेशन के माध्यम से जागरूक करने का कार्य कर रही है।

वर्तमान समय में साइबर अपराध, डिजिटल एडिक्शन, फेक न्यूज़, साइबर बुल्लिंग, साइबर सेक्सुअल हर्रस्मेंट जैसी समस्याए, समाज के लिए चिंता का विषय है , वही युवाओं (विद्यार्थियों ) में यह समस्या बढती जा रही है जिसको लेकर अभिवावक काफी चिंतित है. पिछले 2-3 वर्षो में सिर्फ युवा इसका शिकार ही नही हुये  बल्कि कई विद्यार्थियों ने ब्लू व्हेल, जैसे गेम में अपनी जान भी दी है।

छात्रो से डिजिटल मीडिया उपयोग के बारे में उनकी राय जानती टीम

इन्ही समस्यों को ध्यान में रखते हुए अर्याकुल और मानव विकास एवं सेवा संस्थान एक साथ मिलकर शहर में डिजिटल मीडिया का सही उपयोग और इससे होने वाले लाभ और हानि  दोनों से युवाओ को जागरूक कर रहे है।

इस संदर्भ में आज संस्था ने  शिवानी पब्लिक स्कूल में “डिजिटल मीडिया के नैतिक उपयोग” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया  जहाँ उन्होंने डिजिटल मीडिया के उपयोग के बारे में विस्तार से बात की। साथ ही डिजिटल  मीडिया से होने वाले अपराधो से बचने और सचेत रहने की जानकरी से विद्यार्थियों को अवगत कराया गया ।

मानव विकास एवं सेवा संस्थान के निर्देशक का कहना है की  इस कार्यशाला का मकसद विद्यार्थियों और युवाओ को सही डिजिटल साक्षरता देने से है, ताकि  उनमे वास्तविक ज्ञान रहे।  क्यूंकि आज के वक्त में ज्यदादातर युवा वास्तविकता से दूर जा रहे है ।

इस प्रोग्राम को  मात्र डिजिटल साक्षरता ही नही बल्कि  इससे उत्पन्न हुयी उन सभी समस्यों को ध्यान में रख कर बनाया  गया है जों एक इंसान के जीवन के लिए अहम् है जैसे , पर्यावरण, जनरेशन गैप, इमोशनल, फीलिंग, परिवार की महत्वता, नैतिक कर्तव्य.. आदि।  जिससे विद्यार्थियो को डिजिटल मीडिया के  उपयोग के बारे में सही से परामर्श किया जा सके।