चमोली में आपदा प्रभावित लोगों को देख CM धामी ने रुकवाया काफिला, हर संभव सहायता का दिया आश्वासन

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज रविवार (24 अगस्त) को चमोली पहुंचे, जहां आपदा प्रभावित लोगों को देख सीएम धामी ने अपना काफिला रुकवाया. सीएम धामी प्रोटोकॉल तोड़ जनता के बीच पहुंचे. धराली के बाद आज थराली में भी सीएम धामी ने संवेदनशीलता की अनुकरणीय मिसाल पेश की.

सीएम धामी ने थराली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और आपदा प्रभावित लोगों से भी मिले. इस दौरान थराली में आपदा प्रभावित कुछ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया कि वे ऊपर के गांवों का भी जल्द से जल्द रास्ता खुलवा दें.

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि रास्ता खुलाने का काम युद्धस्तर पर जारी है और जैसे ही मार्ग सुरक्षित होगा, वे स्वयं वहां गांव वासियों के साथ जाकर हालात का जायजा लेंगे. विदित है कि मुख्यमंत्री इसी तरह धराली आपदा के समय लगातार तीन दिन तक प्रभावित क्षेत्र में डटे रहे और हर राहत एवं बचाव कार्य की खुद मॉनिटरिंग की.

मुख्यमंत्री धामी ने साफ संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और प्रभावित गांवों तक राहत और सहायता पहुँचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार आपदा प्रभावित लोगों के साथ- सीएम धामी

सीएम धामी ने चमोली दौरे को लेकर एक्स पर पोस्ट कर लिखा-थराली (चमोली) में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान प्रभावित परिवारों से भेंट कर उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को जाना तथा उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दियासाथ ही क्षेत्र में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित जनों तक सहायता समय पर पहुंचे तथा इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न होसंकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ आपदा प्रभावित भाई-बहनों के साथ खड़ी है. पूरा प्रशासनिक तंत्र ग्राउंड जीरो पर सक्रिय रहकर राहत एवं पुनर्वास कार्यों को निरंतर गति प्रदान कर रहा है.”

थराली की आपदा में एसडीएम आवास भी क्षतिग्रस्त

बता दें कि थराली में बादल फटने के बाद हुई तबाही के बाद थराली के तहसील कार्यालय, चेपड़ों बाजार, कोटदीप बाजार तथा आसपास के क्षेत्रों के कई मकानों और दुकानों में एक से दो फुट तक मलबा भर गया. इसके साथ ही इस तबाही में एसडीएम आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया और मलबे में कुछ वाहन भी दब गए.