(www.arya-tv.com) भगवान शिव का प्रिय सावन मास मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। जनकल्याण के लिए उन्होंने भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। इसके बाद हवन किया।
एक घंटे तक चले अनुष्ठान में सीएम ने 11 लीटर दूध, आम के रस, जल, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल और गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक किया।
उन्हें बिल्वपत्र, सफेद कमल, लाल कमल, कनेर, शमी पत्र, दूब, कुशा, राई, गुड़हल, धतूरा, भांग और श्रीफल भी चढ़ाया। रुद्राभिषेक अनुष्ठान की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के साथ हुई। उसके बाद मुख्यमंत्री ने भगवान शिव और द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूरे विधिविधान के साथ षोडशोपचार पूजन किया।
10 जुलाई को सावन को पहला सोमवार
सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा। वहीं अंतिम सोमवार 28 अगस्त को होगा। 8 सोमवार के साथ सावन मास का समापन 31 अगस्त को होगा। 19 साल बाद भक्त 59 दिनों तक महादेव की भक्ति में लीन रहेंगे।
सावन के पहले दिन भी शहर भर के शिवालयों में भक्तों की भीड़ रही। सुबह से ही लोगों ने शिव मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। हालांकि, सावन के पहले सोमवार को शिवालयों में खास भीड़ उमड़ेगी। इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सावन मास में सभी दिनों का है विशेष महत्व
उन्होंने बताया, सावन मास में सोमवार ष्सोमवारी व्रत रोटकाष् भी कहलाता है। इसे सोम या चंद्रवार भी कहते हैं। यह दिन भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। मंगलवार को मंगलागौरी व्रत, बुधवार को बुध गणपति व्रत, गुरुवार को बृहस्पति व्रत, शुक्रवार को जीवंतिका देवी व्रत, शनिवार को बजरंग बली और नरसिंह व्रत और रविवार को सूर्य व्रत होता है।