(www.arya-tv.com) आगरा में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव के आखिरी दिन समूचे शहर में ‘गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ’ की गूंज सुनाई दी।
शहर की कॉलाेनियों और बस्तियों से युवा, महिलाएं और बच्चे बैंडबाजों और डीजे की धुन पर नाचते हुए गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए निकले। यमुना में हाथी घाट, बल्केश्वर, कैलाश मंदिर आदि स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं विसर्जन किया गया।10 दिवसीय गणेश उत्सव के समापन पर अनंत चतुर्दशी को प्रतिमा विसर्जन से पूर्व आरती और शोभायात्राएं निकालीं गईं। कमला नगर, इंद्रपुरी, न्यू आगरा, नगला पदी, आवास विकास कॉलोनी, शास्त्रीपुरम, खंदारी, विजयनगर, गांधीनगर, राजा मंडी, महर्षिपुरम, पार्श्वनाथ पंचवटी, ताजगंज, आदि स्थानों पर गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। आखिरी दिन छप्पन भोग और फूल बंगला आयोजित किए गए। देर शाम तक भंडारों का आयोजन हुआ।
25 फुट की प्रतिमा का क्रेन द्वारा विसर्जन
बल्केश्वर में विराजमान 25 फुट ऊंची गणेश प्रतिमा का क्रेन द्वारा विसर्जन किया गया। आगरा के बल्केश्वर में 15वें गणेश महोत्सव का शुभारंभ 31 अगस्त को हुआ था। कार्यक्रम में क्षेत्र के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महोत्सव में 25 ऊंची प्रतिमा सजाने के लिए कलकत्ता और नासिक के कारीगर बुलाए गए थे। 5100 किलोग्राम वजनी मूर्ति की खास बात यह थी कि यह इको फ्रेंडली थी। इसके निर्माण में मिट्टी, गोबर, जौ, हल्दी एवं पूजन सामग्री और शहद का प्रयोग किया गया था ताकि विसर्जन के समय यमुना नदी को कोई नुकसान न पहुंचे। शुक्रवार को गणेश प्रतिमा को क्रेन द्वारा यमुना नदी तक ले जाया गया। इससे पहले महाआरती का आयोजन हुआ। मन्जीत सिंह, राममोहन शर्मा, डॉ. सुभाष अरोड़ा, इन्दर डाबर, रविन्द्र महेन्द्र, राकेश, कुन्दनिका शर्मा, विमल गुप्ता पार्षद, हरीशंकर, केशव अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल पार्षद आदि ने धर्मलाभ लिया।