9/11 के 20 साल:अमेरिका ने युद्ध पर 585 लाख करोड़ रु. खर्च किए; 84 हजार आतंकी मारे

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(www.arya-tv.com)9/11 हमले के बाद अमेरिका ने दुनिया से अल-कायदा को खत्म करने का ऐलान किया। अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान, यमन, सीरिया, इराक, लीबिया, मिस्र में भी आतंक पर उसने वार किया। सभी लड़ाई में 585 लाख करोड़ रुपए खर्च हो गए। करीब 9.29 लाख लोग मारे गए। इनमें से 84 हजार आतंकी शामिल थे।

अमेरिकी कार्रवाई के पक्ष में 136 देशों ने सैन्य मदद का ऐलान किया

आतंकी हमले के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध वॉर ऑन टेरर छेड़ा। इस ऐलान के बाद 136 देशों ने अमेरिका को अपनी ओर से सैन्य मदद का प्रस्ताव दिया।

  • 142 देशों में संदिग्ध आतंकियों की संपत्तियां जब्त करने का आदेश
  • 89 देशों ने हवाई क्षेत्र से अमेरिकी लड़ाकू विमानों के लिए खोला
  • 76 देशों ने अमेरिकी विमानों को उतरने की इजाजत दी
  • 23 देशों ने अमेरिकी कार्रवाई में सहभागी बनने का ऐलान किया

हश्र: 11 आतंकी कैंप, 39 कमांड सेंटर तबाह

मारा गया ओसामा, मुल्ला उमर; 5 में से 1 आरोपी की सुनवाई शुरू नहीं हुई
खालिद शेख मोहम्मद, अम्मार अल-बलूची, वालिद बिन अत्ताश, रमजी बिन अल शिभ और मुस्तफा अल-हवसावी इस मामले के आरोपी हैं। शेख की तो सुनवाई शुरू नहीं हुई है। ओसामा बिन लादेन, अबु मुसाब अल-जरकावी को ढेर किया। 73 करोड़ रु. का इनामी मुल्ला उमर खत्म हो चुका है। इसकी पुष्टि 2015 में हुई।

अल कायदा के संगठनों के 34000 हमले, 70 हजार लोग मारे गए
अमेरिकी कार्रवाई से खत्म होने के बजाय अल-कायदा से टूटकर 10 से ज्यादा नए आतंकी संगठन खड़े हो गए। यह आईएसआईएस व बाेको हरम नाम सेे इराक से लेकर नाईजीरिया तक 17 देशों में फैल गए। इससे जैश-ए-मुहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हक्कानी समेत 35 गुट जुड़े हुए हैं। 20 साल में इन गुटों ने दुनिया में 34 हजार हमले किए, जिनमें 70 हजार लोग मारे गए।

पाक समेत 15 देश आतंक की पनाहगाह
आतंकी पनाहगारों में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, सूडान, नाईजीरिया, अल्जीरिया, इरीट्रिया, कोसोवो, बोस्निया, फिलीपींस, सोमालिया, ताजिकिस्तान, इराक, यमन, सीरिया हैं। इन्हें कुवैत, सऊदी अरब व अन्य खाड़ी देशों से मदद मिली। सऊदी अरब तो गोल्डन चेन कहलाता है।

9/11 केस में 8 जज बदल चुके
9/11 का मुकदमा अमेरिकी इतिहास के सबसे लंबे व विवादास्पद आपराधिक केसों में शामिल है। 8 जज बदल चुके हैं। हर नए जज को 35 हजार पन्ने पढ़ने होते हैं।
अफगानिस्तान को फायदा: जीडीपी 5 गुना, लड़कियों का स्कूल भी शुरू

  • सवाल है कि अफगानिस्तान को क्या मिला। तो जवाब है 20 साल में उसकी जीडीपी 5 गुना हुई।
  • प्रति व्यक्ति आय 2020 में 37 हजार रुपए हो गई, जो 2010 में 20380 रुपए सालाना थी।
  • 2000 में कोई लड़की स्कूल नहीं जाती थी, 2018 तक 83% स्कूल जाने लगीं। प्राइमरी में भी दाखिले 21% से बढ़कर 90% हो गए।