राम मंदिर में मंगलवार को नौ घंटे के बाद श्रद्धालुओं को राम मंदिर में रामलला का दर्शन प्रारंभ हुआ। कड़ी सुरक्षा के बीच भक्तों को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया गया। लगभग सात घंटे तक चले दर्शन में एक लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। सुरक्षा के कारण आने वाले श्रद्धालुओं को परकोटा और अन्य सप्त ऋषि मंदिर में दर्शन प्राप्त नहीं हो सके। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक दिसंबर के अंतिम सप्ताह से संपूर्ण मंदिर परिसर का दर्शन प्राप्त हों सकेंगे।
राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुभ मुहूर्त में ध्वजारोहण किया गया। कार्यक्रम के बाद दोपहर तीन बजे से ट्रस्ट ने राम मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि आज राम मंदिर परिसर में ध्वजारोहण कार्यक्रम के निमित्त सुबह से ही श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन नहीं प्राप्त हो सके थे। इस दौरान परिसर में आए अतिथियों को भी सुगमता से राम मंदिर में दर्शन कराये गये। जिसके बाद समय को देखते हुए मंदिर श्रद्धालुओं को भी सात लाइनों में दर्शन कराए गये।
पीएम ने ग्रहण किया प्रसाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खान-पान के लिए अयोध्या में तमाम व्यवस्थाएं की गई थीं, 50 से भी अधिक तरह के खाद्य पदार्थों का इंतजाम था। इसमें 33 तरह की वेलकम ड्रिंक्स थी, लेकिन अपनी सादगी के लिए पहचाने जाने वाले पीएम मोदी ने कुछ भी नहीं खाया। सहायक आयुक्त खाद्य मानिक चंद्र सिंह ने बताया कि पीएम जब आरजेबी पहुंचे तो उन्होंने सिर्फ चाय के साथ बिस्किट लिया था। इसके बाद रामलला व राम दरबार का दर्शन पूजन किया। प्रसाद के तौर पर इलायची दाना इत्यादि ग्रहण कर पानी पीया।
ध्वजारोहण सकुशल संपन्न, प्रशासन ने ली राहत की सांस
श्रीराम मंदिर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो गया। प्रशासन ने राहत की सांस ली। ध्वजारोहण और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन से पुलिस तक के लोग महीने भर से तैयारी कर रहे थे। ध्वजारोहण कार्यक्रम में सबसे अहम् मुद्दा सुरक्षा व्यवस्था था। सतर्कता की जिम्मेदारी को लेकर अधिकारी हलकान रहे। फिलहाल ध्वजारोहण के साथ पीएम मोदी का कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो गया। सफल कार्यक्रम के बाद अफसर प्रसन्न मुद्रा में दिखे।
9 माह की श्रींजा को भी सुप्रिया ने धर्म ध्वजारोहण का बनाया साक्षी
प्रधानमंत्री के स्वागत और धर्म ध्वजारोहण के लिए कानपुर से आईं सुप्रिया ने अपनी नौ माह की बेटी श्रींजा को भी इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनाया। महाराज निषाद राज चौराहा पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए खड़ी सुप्रिया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण और ध्वजारोहण सनातन समाज का एक साकार सपना है, इसके लिए प्रधानमंत्री ही अभिवादन के पात्र हैं। बताया कि बेटी को सेल्फी की फोटो दिखा भविष्य में इस ऐतिहासिक पल के बारे में बताऊंगी।
देश के चौकीदार के स्वागत व सुरक्षा के लिए पहुंचे ग्राम चौकीदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत और सुरक्षा के लिए मंगलवार को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से ग्राम चौकीदार भी रामपथ पर कर्तव्य निभाने पहुंचे। तारुन और बीकापुर ब्लॉक से ग्राम चौकीदारों को लेकर आए 65 वर्षीय ब्रम्हादीन भारती ने इसकी कमान संभाली। हाथ में लाठी लिए पूरी मुस्तैदी से लगे ब्रम्हादीन बोले भईया मोदी जी देश कै चौकीदार करत हैं हम लोग गांव देहात के।
रामकथा से जुड़े आठ समुदायों की धर्म ध्वजारोहण में अनोखी सहभागिता
राम कथा से जुड़े आठ प्रमुख समुदायों कहार,नाई,कुम्हार,गड़ेरिया,लोधी,यादव,पासी व वाल्मीकि को सम्मानित करने के उद्देश्य से खास तौर पर न्योता दिया गया, जो भगवान राम के जीवन से सीधे जुड़े हैं। इन समुदायों के आमंत्रित लोगों के लिए विभिन्न स्थानों पर ठहराव की व्यवस्था भी कई गई थी। संयोजक अखिल वैश्य ने इसकी जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने बताया कि यह आमंत्रण समाज में संदेश देने के लिए किया गया। कहार समुदाय का नेतृत्व कर रहे मनोज कुमार ने बताया कि यह सौभाग्य रामलला के आशीर्वाद से ही मिला है।
प्रसाद में दिया देशी घी का लड्डू, इलाइची दाना और अंगवस्त्र
राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने आए लगभग 7500 अतिथियों के साथ 2500 से अधिक कार्यकर्ताओं व अधिकारियों को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा विशेष प्रसाद दिया गया। हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास ने बताया कि रामलला के प्रसाद में जूट के थैले में विशेष लड्डू, इलाइची दाना,रामनामी वस्त्र के साथ एक ध्वज का चिन्ह प्राप्त हुआ है। डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि सुबह से लोग इस कार्यक्रम शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इसलिए प्रसाद के रूप में लंच पैकेट और पानी की बोतल भी प्राप्त हुई है।
