आगरा।(www.arya-tv.com) वृंदावन के पानीगांव संपर्क मार्ग स्थित सीआरपीएफ कैंप में शुक्रवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया। जब यहां संतरी की ड्यूटी पर तैनात जवान ने अपनी ही रायफल से गले में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली चलने की आवाज सुनकर बटालियन के जवान और अफसर मौके पर पहुंचे तो देखा कि पोस्ट के पास जवान का खून से लथपथ शव पड़ा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
कोतवाली के पानीगांव संपर्क मार्ग स्थित पवनहंस हेलीपैड के समीप स्थित सीआरपीएफ कैंप में 32 बटालियन की एल्फा कंपनी के 41 वर्षीय जवान चाबुकेश्वर संतोष देवराम ने सुबह 9.10 बजे अपनी इंसास रायफल से उस समय गले में गोली मार ली जब वह ऑन ड्यूटी था। जबकि दूसरे जवान नाश्ता करने गए हुए थे और वह संतरी की पोस्ट पर तैनात था। जवान मूलरूप से महाराष्ट्र के पुणे जनपद के थाना गोदनाड़ी के गांव रामलिंग सिरूर का निवासी था।
जवान के गले से धंसी गोली सिर पार करके निकल गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बटालियन के जवानों की मानें तो हफ्तेभर पहले बटालियन कश्मीर से वृंदावन आई थी। चाबुकेश्वर कुछ दिन से पारवारिक स्थितियों से परेशान चल रहा था। कुछ जवानों ने बताया कि वह छुट्टी मांग रहा था और उसे छुट्टी नहीं मिली तो संभवत: उसने यह कदम उठा लिया। जबकि बटालियन के कमांडर ने इस बात की पुष्टि नहीं की और न ही पारवारिक वजह पर ही कोई जवाब दिया।
सीआरपीएफ के कमांडर अमित कुमार सिंह ने जवान की मौत की जानकारी देते हुए बताया कि हफ्तेभर पहले ही एल्फा बटालियन के कुछ जवान काश्मीर से वृंदावन कैंप में आए थे। सुबह जब सभी लोग नाश्ता कर रहे थे तब गोली की आवाज सुनकर पोस्ट पर पहुंचे तो चाबुकेश्वर संतोष देवराम का शव पड़ा मिला। बताया कि मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके गृह जनपद पहुंचाया जाएगा।
बटालियन में मिली जानकारी के अनुसार जवान चाबुकेश्वर 1 जून 2019 को एक महीने की छुट्टी काटकर कश्मीर में तैनात बटालियन में पहुंचा था तथा 2 जून को फिर बटालियन से भाग गया। जिसे भगोड़ा घोषित कर जांच शुरू कर दी थी। चाबुकेश्वर ने 74 दिन बाद अगस्त के महीने में एकबार फिर कंपनी ज्वाइन कर ली। इसके बाद आंतरिक जांच चली। कुछ दिन से फिर छुट्टी जाना चाहता था। बटालियन में तैनात जवानों की मानें तो चाबेकुश्वर पारवारिक स्थितियों से अवसाद में चल रहा था। बताया कि चाबुकेश्वर के दो बच्चे हैं। एक बच्चे को लेकर पत्नी अलग रहती है और मां अलग रहती है। इसी को लेकर वह अधिकतर समय परेशान रहता था।