कोरोनावायरस को लेकर बहुत सारी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ऐसे में एक वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए जनता को एक आपातकालीन अधिसूचना जारी की है। इस खबर से संबंधित संदेश अलग- अलग माध्यमों से आम आदमी तक पहुंच रहे हैं। कई यूजर्स ने इस पोस्ट को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक आपातकाल अधिसूचना बताते हुए एक दूसरे को शेयर किया है।
दावा: भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए जनता को एक आपातकालीन अधिसूचना जारी की है।
पड़ताल परिणाम : कोरोनावायरस पर वायरल ‘आपातकालीन अधिसूचना’ फर्जी है।
पड़ताल: आइए विस्तार से जानते हैं कि क्या है वायरल पोस्ट में
इस पोस्ट में लिखा है, लोगों को अपने गले को हमेशा नम रखने की सलाह दी है।
मार्च 2020 तक सार्वजनिक स्थानों से बचने की सलाह देता है।
साथ ही कोरोनावायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई है।
और किसको कितनी पानी की मात्रा लेनी चाहिए उसके बारे में विवरण दिया गया है।
जब भी गला सूखे तब तुरंत पानी पिये और अपने साथ पानी की बोतल रखें।
(वायरल पोस्ट में यह बातें लिखी गई हैं, संदेश का हिंदी अनुवाद)
सबसे पहले हमने इस संदेश को ध्यान से पढ़ा।
इस खबर के अंदर सूचना का स्रोत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय बताया गया है।
अगर यह खबर सरकार या किसी मंत्रालय की तरफ से जारी होती तो उसकी भाषा और सूचना देने का तरीका व्यवस्थित और शुद्ध होता है और साथ ही वह मंत्रालय की साइट पर भी जरूर उपलब्ध होती है।
इस संदेश को लिखने का तरीका भी बड़ा अव्यवस्थित है।
भाषा शैली सरकारी प्रेस रिलीज की तरह बिलकुल नहीं हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात, इस सन्देश में कही भी सरकारी मोहर और हस्ताक्षर नहीं है। जब भी मंत्रालय से कोई भी अधिसूचना जारी होती है तो उसमें नियमानुसार कुछ तथ्य लिखे जाते हैं।
साइट सेंटर फॉर डीजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन पर ‘पानी’ और ‘मार्च 2020’ की- वर्ड्स लगाकर सर्च किया।
कोरोनावायरस ,जानिए क्या है सच
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले इस खबर से संबंधित जानकारी को गूगल पर सर्च करने के लिए कुछ की-वर्ड प्रयोग किया।
पड़ताल के लिए हमने “पानी” “कोरोनावायरस” की-वर्ड को गूगल पर खोजा।
दूसरा, इस अधिसूचना में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का जिक्र था हमने मंत्रालय की साइट पर इसको तलाशना शुरू किया, मगर इस तरह की कोई भी अधिसूचना हमें नहीं मिली।
यह की-वर्ड लगाकर खोजने पर हमें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का ट्वीट मिला जिसमें “कोरोनावायरस”(Some preventive measures against Novel) को लेकर बात की गई थी।
पड़ताल: भारत ने अभी तक केवल चीन के लिए एक यात्रा सलाह जारी की है और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को कोरोनावायरस से निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत ने 17 जनवरी, 2020 को एक यात्रा सलाह जारी की थी।
25 जनवरी, 2020 को चीन में मौतों की संख्या में वृद्धि और कई अन्य देशों में फैलती बीमारी के बाद इसे अपडेट करके भेजा गया। 25 जनवरी, 2020 को इसे अपडेट करके आगे जारी किया गया।
इस अधिसूचना में मंत्रालय ने बुखार, बहती नाक और लगातार खांसी और सर्दी जैसे कोई लक्षण दिखाने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर (011-23978046) भी जारी किया।
सच्ची खबर: किस बात का ख्याल रखना है?
इस अधिसूचना में सलाह के तौर पर कुछ बातों का वर्णन किया गया जैसे,
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना,
मास्क पहनना,
बीमार लोगों से संपर्क से बचने की एहतियात के बारे में बताय गया है।
मंत्रालय ने स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए 264 पेज का दस्तावेज जारी किया है। इसमें रोकथाम के तरीकों को लेकर वर्णन किया गया।
सच्ची खबर: किस बात का ख्याल रखना है?
जब भी इस तरह की खबर आती हैं तो उससे संबंधित साइट को सर्च करें।
अगर सरकारी घोषणा है तो उसकी प्रमाणिक साइट पर जाएं।
उसके अंतर्गत सूचना से संबंधित प्रेस विज्ञप्ति तलाश करें।
अतिरिक्त प्लेटफॉर्म पर विश्वास करने की जगह सरकारी आंकड़े और सरकारी सूचना को आधार मानें।
जारी अधिसूचना में गले से संबंधित किसी भी बात का वर्णन नहीं किया गया है
और साथ ही एक महीने तक भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज रखने की बात भी नहीं कही गई है।
मंत्रालय ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुशंसित निवारक उपायों को सबसे साझा किया है।
अधिसूचना में शुष्क गला होने पर एक निश्चित मात्रा में पानी पीने का उल्लेख नहीं किया गया है।
सबसे महत्वपूर्ण बिंदु भारत में पानी मापन के लिए क्यूबिक सेंटीमीटर यूनिट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।अमेरिका में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
कोरोनावायरस ,जानिए क्या है सच
इसका पूरा नाम है 2019 नोवेल कोरोनावायरस (2019-nCoV)। ये नए प्रकार का वायरस है जिसे सबसे पहले चीन के वुहान, हुबेई प्रांत में पाया गया। पहले कभी इस वायरस की पहचान नहीं की गई थी। इसलिए इसे नोवेल नाम दिया गया है।
क्या हैं नोवेल कोरोनावायरस से संक्रमण के लक्षण?
कोरोनावायरस के लक्षण इस वारयस के लक्षण है तेज बुखार, जुकाम और सांस लेने में दिक्कत आती है।