लखनऊ में कोरोना के केस बढ़े, KGMU की नर्स कोरोना पॉजिटिव

Lucknow UP

लखनऊ।(www.arya-tv.com) कोरोना वायरस के लागातार मामले सामने आ रहे है उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना के केस एक के बाद एक बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) की एक नर्स कोरोना से संक्र‍मित मिली है। इस बीच पीजीआइ में भर्ती श्रावस्‍ती के एक मरीज की मौत हो गई।

उनके 30 वर्षीय बेटे और केजीएमयू में भर्ती उरई के डॉक्‍टर की पत्‍नी भी कोरोना पॉजिटिव मिली है। रविवार को तीन मरीजों में वायरस की पुष्‍ट‍ि के बाद राजधानी में अब कुल 208 मरीज हो गए हैं। वहीं, श्रावस्ती में सोमवार सुबह मुंबई से लौटे युवक की चार घंटे बाद क्वारंटाइन सेंटर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। स्वास्थ्य टीम ने कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा है। रिपोर्ट आने तक शव को जिला अस्पताल में सुरक्षित किया गया है
अब तक 50 हुए ठीक

अस्पताल – मरीज

  • साढ़ामऊ – 29
  • केजीएमयू – 11
  • निजी कॉलेज – 06
  • लोहिया संस्थान – 03
  • पीजीआइ – 01

लखनऊ स्‍थित नक्खास निवासी 40 वर्षीय नर्स ट्रॉमा सेंटर के पांचवें तल स्थित क्रिटिकल केयर मेडिसिन आइसीयू में तैनात मिली। 21 अप्रैल को उसे जुकाम, बुखार का अहसास हुआ। ऐसे में अगले दिन छुट्टी पर चली गई। लिहाजा, 22 से 24 अप्रैल वह ट्रॉमा सेंटर नहीं आई। वहीं, चर्चा है कि 25 अप्रैल को उसे नाइट ड्यूटी पर बुला लिया गया। वेंटिलेटर यूनिट में वह रात भर रही।

उसका बुखार, जुकाम बढ़ता देख शनिवार को स्वैब कलेक्शन कर सैंपल भेज दिया गया, मगर उसे यूनिट से छुट्टी नहीं मिली। सुबह ड्यूटी कर वह घर चली गई। रविवार को वायरस की पुष्टि हुई। इसके चलते कई डॉक्टर, नर्स, मरीज, तीमारदारों में संक्रमण का खतरा है। इस दौरान क्रिटिकल केयर यूनिट की भर्ती बंद कर दी गई है।

क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अविनाश अग्रवाल के मुताबिक, संक्रमित नर्स 22 अप्रैल से छुट्टी पर थीं। उन्हें शनिवार को ड्यूटी पर बुलाया नहीं गया, वह खुद आ गई थीं। ऐसे में उनसे मरीजों का इलाज कराने के बजाए इंफेक्शन कंट्रोल की जिम्मेदारी दे दी गई। वह रात भर ड्यूटी पर रहीं।

केजीएमयू में शुक्रवार को भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव उरई के डॉक्टर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनकी पत्नी में भी रविवार को वायरस की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। वहीं, बेटा-बेटी अभी क्वारंटाइन वार्ड में हैं। पत्नी में वायरस की पुष्टि संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने की है।

श्रावस्ती निवासी 79 वर्षीय बुजुर्ग को किडनी की समस्या थी। उनके बेटे ने 22 अप्रैल को राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां गुडग़ांव की लैब से टेस्ट कराया गया। वायरस की पुष्टि होने पर 24 अप्रैल को पीजीआइ के कोविड अस्पताल में शिफ्ट करा दिया गया। डॉक्टरों के काफी प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। बुजुर्ग की किडनी फेल्योर हो गया। रविवार शाम को उनकी मौत हो गई। उधर, पिता का इलाज कराने आए 30 वर्षीय बेटे में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक, नर्स में कोरोना पॉजिटिव आया है। ऐसे में क्रिटिकल केयर मेडिसिन की आइसीयू में भर्ती बंद कर दी गई है। नर्स को आइसोलेट कराया गया है।

उधर, पीजीआइ में भर्ती गोमती नगर निवासी 63 वर्षीय रिटायर्ड पुलिसकर्मी की हालत गंभीर है। यह पहले से गुर्दा पीडि़त रहे हैं, वहीं वायरस की चपेट में आने पर स्थिति बिगड़ती जा रही है। बता दें, 22 अप्रैल को उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान गुडग़ांव की निजी लैब को 3:35 पर जांच के लिए सैंपल भेजा गया। वहीं, 23 अप्रैल को 7:39 पर मेल पर रिपोर्ट आई। इसमें मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई। इस दौरान 24 अप्रैल को मरीज को पीजीआइ शिफ्ट करने से पहले दोबारा सैंपल लिया गया। केजीएमयू में दो बार टेस्ट किया गया। मरीज का सैंपल निगेटिव आया है, जिसकी रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय भेज दी गई है। ऐसे में निजी लैब की जांच पर सवाल उठ रहे हैं।

राजधानी में अब कुल 208 मरीज हो गए हैं। इनमें लखनऊ के 127 मरीज हैं। शेष मरीज विभिन्न जनपदों के हैं। वहीं, अब तक दो की मौत और 50 लोग ठीक हो चुके हैं। इसमें सबसे अधिक साढ़ामऊ अस्पताल में ठीक हुए। जिसमें लखनऊ निवासी कुल 30 मरीज हैं। बता दें, हेल्थ टीम ने रविवार को 5947 घरों का सर्वे किया। इस दौरान 17558 लोगों का स्वास्थ्य ब्योरा जुटाया गया। साथ ही 106 संदिग्ध लोगों का सैंपल जुटाकर जांच के लिए भेजा है।

राजधानी में 15 अप्रैल को पहली मौत हुई थी। लखनऊ के नया गांव निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत केजीएमयू में हुई। ऐसे में लखनऊ निवासी एक व एक श्रावस्ती के मरीज की मौत हो गई।