(www.arya-tv.com) अभी अप्रैल का महीना शुरू होने में 3 दिन बचे हैं, लेकिन गर्मी अभी से मई जून का एहसास करा रही है। सिर्फ दिल्ली ही नहीं राजस्थान के साथ साथ पूरा उत्तरी भारत अभी से लू की चपेट में है। गर्मी बढ़ते ही उन लोगों की फ़िक्र होती है, जो हाइपरटेशन के मरीज़ हैं, क्योंकि बीपी बढ़ते ही गर्मी में सबसे ज़्यादा खतरा नाक मुंह से ब्लीडिंग का होता है। उपर से हार्ट..लिवर..और किडनी की परेशानी भी बढ़ जाती है, क्योंकि गर्मी में स्वेटिंग से बॉडी कब डिहाइड्रेट हो जाए, पता ही नहीं चलता।
हाइपरटेंशन पर एक नई स्टडी जो आई है वो और ज़्यादा डराने वाली है। स्टडी के मुताबिक हाइपरटेंशन से कुछ लोगों को सुबह सुबह सिर में तेज़ दर्द होता है, जिसे लोग माइग्रेन समझकर पेन किलर ले लेते हैं, जबकि ये दर्द बीपी बढने का सिग्नल होता है। बढ़े हुए बीपी को माइग्रेन समझने की भूल सेहत पर भारी पड़ती है, इसका खतरनाक असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। वहीं पेनकिलर किडनी को डैमेज कर देते हैं। वैसे ही देश में हर छठा शख्स हाई बीपी की परेशानी से जूझ रहा है, जिसे कोरोना ने और बढ़ा दिया है, और ये हालात सिर्फ भारत के नहीं है, हाइपरटेंशन की गिरफ्त में पूरी दुनिया है। एक आंकड़े के मुताबिक हर साल 80 लाख लोगों की मौत हाइपरटेंशन से होती है।