Arya Tv Lucknow (Deepti Yadav )
अस्थमा या दमा एक ऐसी बीमारी है जो कि फेफड़ो को प्रभावित करती है। अस्थमा के कारण श्वासनली या इसके आसपास के जुड़े हिस्सों में सूजन आ जाती है। जिस कारण सांस लेने में दिक्कतें आने लगती है। इतना ही नहीं इससे फेफडों में हवा ठीक से नहीं पहुँच पाती। आपके आसपास ऐसी कई चीजें हैं, जो अस्थमा को बढ़ाती हैं। अगर आप अस्थमा के रोगी हैं, तो आपको इन चीजों से दूर रहना चाहिए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, “अस्थमा को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि पहले श्वसन नली के काम को समझ लिया जाए। यह वो नली होती है, जिसके जरिए आपके फेफड़ों में हवा जाती है और बाहर आती है। अस्थमा के लोगों में, इसी वायुमार्ग में सूजन आ जाती है, जिससे उनका गला बहुत अधिक संवेदनशील हो जाता है। इस वजह से, कुछ पदार्थो के प्रति वायुमार्ग कस के प्रतिक्रिया करता है।”
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ऐसा होने पर आसपास की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। नतीजतन, वायुमार्ग संकरा हो जाता है, जिससे फेफड़ों में बहने वाली हवा कम हो जाती है। इस प्रकार, वायुमार्ग की कोशिकाएं सामान्य से अधिक बलगम बनाने लगती हैं। ये सभी अस्थमा के लक्षण हो सकते हैं। वायुमार्ग में सूजन हो सकती है।
अस्थमा के सबसे आम लक्षण
रात में, व्यायाम के दौरान या हंसते समय सांस लेने में कठिनाई, छाती में जकड़न, सांस की कमी और घरघराहट (विशेषकर सांस छोड़ते समय)। यदि उपचार न किया जाए तो अस्थमा के लक्षण खतरनाक हो सकते हैं।
इन चीजों से बचें
- धूल और धुंए में बिल्कुल न रहें।
- घर में अगर कॉक्रोच हैं, तो उन्हें भगाएं। ये अस्थमा रोग को गंभीर बना सकते हैं।
- अस्थमा के रोगी को पालतू जानवरों और पक्षियों के बालों, त्वचा, पंखों और लार से दूर रहना चाहिए।
- घर से बाहर रहने के दौरान हवा में मौजूद पराग कणों से भी बचने की जरूरत है।
श्वासनली का इंफेक्शन
श्वासनली में होने वाले कई इंफेक्शन जैसे सर्दी, जुकाम, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, साइनस आदि के कारण भी आपका अस्थमा रोग बढ़ सकता है। अगर आप अस्थमा के रोगी हैं और आपको ऐसी कोई बीमारी हो गई है, तो आपको तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा आपको साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अस्थमा को उत्तेजित करने वाली चीजें
आपके आसपास ऐसी कई चीजें मौजूद होती हैं जो अस्थमा के रोग को उत्तेजित कर सकती हैं। इन चीजों से बचाव बहुत जरूरी है क्योंकि इनकी वजह से कई बार व्यक्ति को अस्थमा का अटैक हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है।
घर के बाहर इन चीजों से सावधान रहे
तंबाकू और गुटखे के कण
सिगरेट-बीड़ी का धुंआ
- गाड़ियों से निकला हुआ धुंआ
- किसी तरह के गैस का रिसाव
- आग लगने से होने वाला धुंआ और पराग कण
- किसी फैक्ट्री या केमिकल से उठने वाला धुंआ
घर के अंदर इन चीजों से सावधान रहें
- खाना बनाने से होने वाला धुंआ
- चूल्हे या सिगड़ी से निकलने वाला धुंआ
- डिओ, पर्फ्यूम या किसी तरह का स्प्रे
- सिगरेट और बीड़ी का धुंआ
अस्थमा को बढ़ा सकते हैं ये फूड्स
अस्थमा के रोगी को सल्फेट वाले फूड्स का कम सेवन करना चाहिए। कई अस्थमा रोगी सल्फेट को लेकर बेहद संवेदनशील होते हैं। अगर आप अस्थमा रोगी हैं, तो कोई भी फूड आइटम खरीदने से पहले उसके पैकेट पर उसमें मौजूद सल्फेट की मात्रा जरूर देखें। इसके अलावा सल्फेट वाले इन फूड्स का बहुत कम सेवन करें- आलू, झींगा, ड्राई फ्रूट्स, सिरका, शराब, बियर