- आर्य टीवी से उच्च स्तरीय अधिकारियों ने कहा किसी आधारहीन पत्र और फर्जी खबरों से किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं,कार्य के आधार पर ही मूल्यांकन होता,नगर निगम आयुक्त अपनी टीम के साथ दिन—रात कार्य कर रहे हैं
- सराहनीय कदम :नगर आयुक्त सहित 26 अधिकारियों ने वेतन कोरोना युद्ध में दिया
- कोविड-19 आफिशियल डोनेशन फण्ड के माध्यम से नगर आयुक्त द्वारा पहल करते हुए अपने एक माह के वतेन 1लाख 50 के साथ अन्य अधिकारियों की राशि जमा करायी।
- मीडिया में आधारहीन पत्र वायरल होने से नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों में रोष
(www.arya-tv.com)हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या अर्थात जो चीज प्रत्यक्ष में देखी जा सकती है, उसके लिए किसी प्रमाण की जरूरत नहीं होती है। ऐसा ही नगर निगम के साथ है इस कोरोना संक्रमण काल में जैसे लखनऊ नगर निगम ने कार्य किया है वह सबको दिखाई दे रहा है। इसलिए किसी भी प्रमाण की कोई जरूरत नहीं है। फिलहाल नगर आयुक्त डॉ.इन्द्रमणि त्रिपाठी की अगुवाई में सभी अन्य अधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि कोरोना में किये गये किसी भी कार्य का भुगतान नगर निगम निधि से नहीं किया जायेगा। साथ ही कोविड-19 आफिशियल डोनेशन फण्ड बनाकर तुरतं ही नगर आयुक्त व अन्य 26 अधिकारियों द्वारा सहायता राशि जमा करायी गयी।
- छवि धूमिल करने वाली चल रही खबरों से सभी अधिकारी अत्यंत मर्माहत हुए
कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु लाॅकडाउन के प्रारम्भ से ही नगर निगम लखनऊ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा लगातार तन-मन-धन से विभिन्न प्रकार से राहत, सेनेटाइजेशन व अन्य कार्य किए जा रहे है। एक दिन पहले प्रिन्ट, इलेक्ट्रानिक व सोशल मीडिया पर नगर निगम लखनऊ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध उनकी छवि धूमिल करने वाली चल रही खबरों से सभी अधिकारी अत्यंत मर्माहत हुए है।
- भुगतान नगर निगम निधि मद से नहीं किया जायेगा
इस संबंध में नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित की गयी जिसमें मा.मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप भविष्य में भी पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के लिए उत्साहवर्धन किया गया। सभी उपस्थिति अधिकारियों की सहमति से निर्णय लिया गया कि अब तक कोविड-19 के संदर्भ में ग्लव्स, सेनेटाइजर, सोडियम हाईपोक्लारोइट तथा कर्मचारियों के उपयोग में आने वाले अन्य वस्तुओं का भुगतान नगर निगम निधि मद से नहीं किया जायेगा।
- कोरोना के खिलाफ युद्ध के लिए अधिकारियों ने दिखाई एकजुटता
पूर्व में नगर निगम लखनऊ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अन्नदा (ग्रेन बैंक) में रु. 11.84 लाख की धनराशि का सहयोग किया गया था। इसके साथ ही पुन: आपसी सहमति से ‘कोविड-19 आफिशियल डोनेशन फण्ड’ के नाम एक नया खाता एच.डी.एफ.सी. बैंक में खोला गया जिसमें सर्वप्रथम नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी द्वारा अपने एक माह के वेतन के बराबर रु. 1.50 लाख की सहयोग धनराशि तत्काल जमा की गयी। अन्य कुल 26 अधिकारी यथा अपर नगर आयुक्त अमित कुमार, डाॅ. अर्चना द्विवेदी, राकेश कुमार यादव, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी महामिलिन्द लाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के. रावत, मुख्य अभियंता सिविल मनीष सिंह, मुख्य अभियंता (वि/यां) राम नगीना त्रिपाठी, पशु कल्याण निदेशक डाॅ. अरविन्द राव, पर्यावरण अभियंता ई. पंकज भूषण, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह, समस्त जोनल अधिकारी लालमणि यादव, श्रीमती संगीता कुमारी, दिलीप श्रीवास्तव, राजेश सिंह, सुभाष त्रिपाठी, श्रीमती अम्बी बिष्ट, विद्यासागर यादव, सुजीत कुमार श्रीवास्तव, नगर अभियंता मनीष कुमार सिंह, महेश चन्द्र, अमरनाथ, मनीष अवस्थी, एस.सी. सिंह, एस.एफ.ए. जैद़ी,सुधीर कनौजिया,डी.डी. गुप्ता द्वारा इस फण्ड में अपने अधिकतम एक माह के मूल वेतन के बराबर की सहयोग धनराशि प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त अवर अभियंता वर्ग में किशोरी लाल द्वारा रु. 1.00 लाख की सहयोग धनराशि जमा की गयी।