सीआईआई एक्सकॉन 2019 में 25 देशों के 1250 से ज्यादा प्रदर्शक सहभागी होंगे

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  • बुनियादी सुविधाओं के शाश्वत विकास में इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकी का योगदान अहम् होगा: सीआईआई

(arya-tv) सीआईआई एक्सकॉन 2019 के लखनऊ में आयोजित किए गए पूर्ण सत्र में बुनियादी सुविधा क्षेत्र के विकास में प्रौद्योगिकी की अहम् भूमिका पर प्रकाश डाला गया। इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग इन क्षेत्रों में हो रहे विकास का बुनियादी सुविधाओं की दीर्घायु और प्रभाव को सुनिश्चित करने के साथ-साथ सुविधाओं के विकास को बढ़ावा देने में भी बड़ा योगदान रहेगा।  सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी, बड़े उद्यमी और बुनियादी सुविधाएं एवं निर्माण उपकरणों के क्षेत्रों के हितधारक इस अवसर पर उपस्थित थे।

बंगलौर में 10 से 14 दिसंबर 2019 को बंगलौर इंटरनेशनल एक्झिबीशन सेंटर में एक्सकॉन 2019 का आयोजन होगा।  300000 चौरस मीटर की जगह पर होने वाले इस व्यापार प्रदर्शन में 25 देशों की 350 से ज्यादा विदेशी कंपनियों के 1250 से ज्यादा प्रदर्शक हिस्सा लेंगे।   इसमें चीन, जर्मनी, इटली, दक्षिण कोरिया, टर्की, यूके और यूएसए की कंपनियां भी शामिल होंगी।  5 दिनों तक चलने वाले इस प्रदर्शन को देखने के लिए भारत और विदेशों से 70000 से ज्यादा व्यावसायिक, उद्यमी आएँगे।

एक्सकॉन 2019 स्टीयरिंग कमिटी के सदस्य और जेसीबी इंडिया लिमिटेड के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन्स और कॉर्पोरेट रिलेशन्स के असोसिएट वाईस प्रेसिडेंट  जसमीत सिंह ने कहा, “यह एक्सकॉन का दसवां साल है और इस वर्ष की हमारी संकल्पना – “स्मार्ट आई-टेक – नेक्स्ट जेन इंडिया @75″ है।  एक्सकॉन 2019 में देश में बुनियादी सेवा सुविधाओं के विकास की गति  बढ़ाने और उसे सहायता करने के लिए आधुनिकतम निर्माण उपकरणों और यंत्रों के उत्पादन में रचना में स्मार्ट प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका को प्रदर्शित किया जाएगा।  2022 तक भारत पूरी दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा कन्स्ट्रक्शन मार्केट बनने की संभावना है।  सरकार बुनियादी सेवासुविधाओं के विकास के लिए तेजी से निवेश कर रही है, इससे विकास के अवसर भी तेजी से बढ़ रहे हैं।”

 सीआईआई युपी स्टेट कौन्सिल के भूतपूर्व चेयरमैन और एमकेयु लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर  मनोज गुप्ता ने बताया, “हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के विकास की आवश्यकता है और भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण घरों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ रही है। हम मानते हैं किनिर्माण में आधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ-साथ घर खरीदार और विकासकों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की सहायता से इस मांग को पूरा किया जा सकता है।”  उन्होंने आगे यह भी बताया कि सर्वर लेस कम्प्यूटिंग, एआई, नेटवर्क एजिलिटी और आधुनिक कम्प्यूटिंग से भारत में बुनियादी सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा सकता है।

 भारत में बुनियादी सेवा सुविधाओं को पर्यावरणस्नेही बनाना एक्सकॉन 2019 का उद्देश्य है।  साथ ही स्मार्ट सिटीज प्रोजेक्ट्स को सक्षम करना, स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन देना, कौशल विकास को प्रोत्साहन और बुनियादी सेवा सुविधाओं और इससे जुड़े हुए क्षेत्रों में व्यापक प्रगति के लिए राष्ट्रीय अजेंडा के रूप में “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा देना यह भी प्रयास एक्सकॉन 2019 कर रहा है।

आधारभूत सुविधाओं के क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार ने अगले पांच सालों में बुनियादी सुविधाओं में 100 करोड़  रुपयों के निवेश की घोषणा की थी।  प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में 125000 किमी की सडकों के विस्तार और नेशनल हाइवे ग्रिड के निर्माण का प्रस्ताव भी भारत सरकार ने रखा है।  प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2019 तक सभी गावों को सडकों से जोड़ने का सरकार का उद्देश्य है।  निर्माण और विकास के लिए 2000 किमी के कोस्टल कनेक्टिविटी रास्तों को निश्चित किया गया है।  सरकार के यह सभी प्रयास बुनियादी सुविधाएं और उससे जुड़े अन्य क्षेत्रों को और भी ज्यादा प्रोत्साहित करेंगे।

एक्सकॉन के दसवें साल की खुशियां मनाते हुए सीआईआई द्वारा कुछ विशेष कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।  आधारभूत सुविधाओं के क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं का सम्मान, एआई, आईओटी, रोबोटिक्स, स्टार्टअप्स, कम्पोनेंट्स और पार्ट्स पर एक्सक्लूसिव पविलियन्स, जॉब फेअर्स, स्कूली  बच्चों के लिए प्रतियोगिता, वृक्षारोपण और सीई इंडस्ट्री के लिए ग्रीन रेटिंग आदि कार्यक्रम इसमें शामिल होंगे।

एक्सकॉन यह सभी हितधारकों के लिए मार्केटिंग के साथ साथ बहुत कुछ सीखने का भी मंच है।  सरकार और वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स ने अपने अलग-अलग विभागों (पीडब्ल्यूडी और सिविल इंजीनियरिंग विभाग), नीजि कॉन्ट्रैक्टर्स, बिल्डर्स, रोड / इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स, स्मार्ट सिटी / नगर नियोजन, आर्मी, बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन आदि के लिए जानकारी और ज्ञान प्राप्त करने के मंच के रूप में इससे लाभ उठाए हैं।  यहाँ आधुनिक प्रौद्योगिकी, उपकरण और यंत्र प्रदर्शित किए जाएंगे जो देश में बुनियादी सुविधाओं के विकास में तेजी ला सकते हैं।