बरेली(www.arya-tv.com) गुरुवार रात 12 बजे से क्रिसमस का त्योहार शुरू हो जाएगा। शहर के सभी चर्च प्रभु यीशु के स्वागत के लिए तैयार हैं। हालांकि इस बार कोरोना के चलते सीमित संख्या में ही लोग प्रार्थना सभाओं में जुटेंगे। चर्च में ज्यादा लोगों के जाने पर रोक है। ऐसे में लोग घरों पर ही क्रिसमस का त्योहार मना रहे हैं। यही कारण है कि हर साल क्रिसमस पर बढऩे वाली फूलों की बिक्री इस बार काफी कम हुई हो गई है। लेकिन घरों पर क्रिसमस मनाने के चलते लोगों ने घरों पर केक बनाने और बेकरी से केक आर्डर करने वालों की संख्या बढ़ गई है। इसके अलावा गिफ्ट की दुकानों शहर में सजी दुकानों में सांता मुखौटेए क्रिसमस ट्री और सांता टोपी खूब बिक रही हैं।
बाजार में बच्चों से लेकर युवा व महिलाओं सबके लिए अलग.अलग किस्म के गिफ्ट मौजूद हैं। राजेंद्र नगर में दुकान लगाए दुकानदार पारस मेहरा ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी क्रिसमस ट्रीए घरों को सजाने वाले आइटमए क्रिसमस कार्ड व बच्चों का ड्रेस अधिक लोग खरीद रहे हैं। सजावट और गिफ्ट आइटमों में चॉकलेटए केकए क्रिसमस ट्रीए सांता क्लॉजए सांता क्लॉज का मास्कए सांता की टोपीए स्टारए ड्रेसए मास्कए बेल वाले झूमरए लटकन वाले सांता क्लाजए थर्मोकोल के स्टिकर आदि से बाजार गुलजार हो गए हैं। इसी तरह पेड़ों पर लटकाने वाले बल्बए स्टार और घरों में टांगने के लिए झूमर भी उपलब्ध हैं।
वहीं बटलर प्लाजा में फ्लावर एंड डेकोरेशन का काम करने वाली सुदीप ने बताया कि फूलों और गुलदस्तों की डिमांड इस पर कम है। चर्च में जाने के लिए रोक हैए इसके चलते लोग फूल आदि नहीं खरीद रहे हैं। क्रिसमस पर चर्च में जाने वाले लोग ही गुलदस्ता आदि लेकर जाते हैं। ऐसे में पहले की तरह डिमांड नहीं हैए इसके चलते इस बार दिल्ली से माल भी नहीं मंगाया है। वहीं स्टेशन रोड स्थित बेकरी संचालक धीरेश ने बताया कि चर्च में एंट्री पर रोक के चलते इस बार घरों में आयोजन किए जा रहे हैं। ऐसे में प्लम केक की डिमांड बढ़ गई है। सबसे ज्यादा मांग आधा किलो वाले प्लम केक के लिए आर्डर आ रहे हैं। इसके चलते सभी सेफ प्लम केक की डिमांड को ही पूरी करने में लगे हैं।
कोविड के चलते इस बार किसी भी चर्च पर बड़ा आयोजन नहीं किया गया है। सभी चर्च में शांति से प्रार्थना सभा की जाएगी। शहर के सभी मैथोडिस्ट चर्च के मुख्य पादरी सुनील मसीह ने बताया कि कोविड नियमों का अनुपालन करने के लिए सभी को जानकारी दे दी गई है। प्रार्थना सभा में एक बार में 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। वहीं स्टीफन चर्च के पादरी अमन प्रसाद ने भी सभी शांति के साथ प्रभु यीशू का जन्म दिवस मनाने की सलाह दी है।