(www.arya-tv.com)छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शवार को हुए नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश में चंदौली का रहने वाले धर्मदेव कुमार (32 साल) भी शहीद हो गए। रविवार की शाम शहादत की खबर मिलने के बाद परिवार में मायूसी छा गई है। धर्मदेव अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। वे मार्च माह में छुट्टी लेकर गांव आए थे। होली के 10 दिन पहले ही वे ड्यूटी पर वापस लौटे थे। शहीद की पत्नी 7 माह की गर्भवती है। धर्मदेव ड्यूटी पर जाते वक्त दोबारा लौटने का वादा करके गए थे। अब मां कृष्णावती व पत्नी मीना धर्मदेव की बातों को याद कर उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
जिलाधिकारी संजीव सिंह और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार रविवार की रात धर्मदेव की पैतृक गांव ठेकहां पहुंचे और शहीद के भाई से मुलाकात की। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से शोक संवेदना प्रकट करने के साथ ही सरकार द्वारा किए गए सहायता राशि और घोषणा के बारे में जानकारी दी।
2013 में जॉइन किया था CRPF
दरअसल, शहाबगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा ठेकहां निवासी धर्मदेव गुप्ता ने 2013 में CRPF में भर्ती हुए थे। धर्मदेव की शादी 2008 में वाराणसी जिले के रामनगर थाना अंतर्गत मन्नापुर गांव निवासी मीना देवी से हुई थी। उसके दो पुत्रियां 8 साल की ज्योति व 5 साल की साक्षी हैं, जिनके सिर से अब पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है। वहीं, शहीद के भाई आनंद व चाचा मिथिलेश गुप्ता ने नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के साथ ही परिवार को समुचित सहायता देने की मांग की है।
धर्मदेव के पिता रामाश्रय गुप्ता ने बताया कि बचपन से ही धर्मदेव देश की सेवा के लिए फोर्स में जाने की बात कहता था। अभी होली पर छुट्टी लेकर अपने गांव आया हुआ था। छुट्टियां पूरी होने के बाद वो लौट गया था।