आर्यकुल कालेज में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनायी गयी

Lucknow

लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कालजे में छत्रपति शिवाजी महाराज की 395 वीं जयंती मनाई गयी। शिवाजी महाराज को माल्यार्पण कर कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य शिक्षकगण और स्टाफ ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें याद किया तथा उनके जीवन से प्रेरणा ली। कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए डॉ. गौरव मिश्र ने शिवाजी महाराज का जीवन परिचय देते हुए बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज 17वीं शताब्दी के महान राजा थे जिन्हें एक पराक्रमी, दयालु और लोकप्रिय शासक के तौर पर याद किया जाता है। मात्र 16 वर्ष की आयु में शत्रु का किला जीतकर उन्होंने स्वराज्य का बिगुल फूंका और मराठा साम्राज्य की नींव रखी। इसके साथ ही उन्हें भारतीय नौसेना के जनक के रूप में जाना जाता है क्योंकि उन्होंने भारत के समुद्र तटों और व्यापार मार्गों की रक्षा के लिए एक मजबूत नौसेना की स्थापना की थी।

आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने अभिभाषण में अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के सबसे वीर और कुशल योद्धाओं में से एक हैं, जिनकी शौर्यगाथा इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। शिवाजी महाराज का नाम प्रत्येक भारतवासी गर्व के साथ लेता है। वह केवल महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश में वीरता की मिसाल हैं। उन्हें न केवल रणनीतिक बुद्धिमत्ता के लिए जाना जाता है, बल्कि एक सशक्त मराठा साम्राज्य की नींव रखने के लिए भी जाना जाता है। शिवाजी महाराज की जयंती हर साल 19 फरवरी को मनाई जाती है। इस दिन उनके शौर्य, नेतृत्व और प्रेरणादायक जीवन को याद किया जाता है।
शिक्षा ,प्रबंधन व जनसंचार एव पत्रकारिता विभाग कि उपनिदेशिका डॉ. अंकिता अग्रवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित कॉलेज के सभी गणमान्यों को संबोधित करते हुए कहा कि शिवाजी महाराज एक न्यायप्रिय, दूसरों के धर्मो का आदर करने वाले और लोकप्रिय राजा थे। उनका जीवन आदर्शों से भरा हुआ था और इसीलिए हम उन्हें आज भी एक न्यायप्रिय, दूसरों के धर्मो का आदर करने वाले और लोकप्रिय राजा रूप में याद करते हैं।
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष श्री प्रणव पाण्डेय, प्रधानाचार्य प्रोफेसर एस सी तिवारी, डॉ. गौरव मिश्रा ,राजेश मौर्य, फार्मेसी एवं रिसर्च विभाग के उपनिदेशक डॉ. आदित्य सिंह विभागाध्यक्ष बी.के. सिंह, डॉ. स्नेहा सिंह, ममता पांडेय, प्रियंका केशरवानी,दीपिका कुमारी, स्वर्णिम श्रीवास्तव , राहुल शर्मा,आशीष तिवारी, रुकसार बानो, संगीता चौहान, अनुपम यादव, सदब, श्वेता मिश्रा,वर्तिका सिंह, डॉ. अब्दुल रब खान, देवेन्द्र सिंह, अभिषेक राय, विनीता दीक्षित, सुनील श्रीवास्तव, हर्षित श्रीवास्तव व अन्य शिक्षणगण एवं स्टाफ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।