केंद्रीय टीम ने प्रयागराज में कूड़ा प्रबंधन और सीवरेज व्यवस्थादेखी व्यवस्था, रिपोर्ट आने का इंतजार

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प्रयागराज (www.arya-tv.com) प्रयागराज में पांच सदस्यीय केंद्रीय और एक सदस्यीय प्रदेशीय टीम पहुंची थी। टीम सदस्‍यों ने संगम नगरी की सैनिटेशन, ठोस अपशिष्ट (कूड़ा) प्रबंधन एवं सीवरेज व्यवस्था का जायजा लिया। टीम ने गंगा, यमुना के संगम क्षेत्र का भी निरीक्षण किया। यमुनापार के बसवार में स्थित सभी प्लांट चलते हुए मिले। टीम के सदस्‍य जांच-पड़ताल और निरीक्ष तो कर लिया। अब यहां से लौटने के बाद टीम अपना फीडबैक शहरी विकास मंत्रालय को देगी। उसके मुताबिक आगे की योजना बनेगी। इसका प्रयागराज को इंतजार है।

शौचालयों की स्‍थायी व्‍यवस्‍था की तैयारी

संगम क्षेत्र में शौचालयों की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित कराने के मद्देनजर टीम ने पहले वहां का निरीक्षण किया। परेड क्षेत्र में बड़ी संख्या में झुग्गी-झोपड़ी वाले रहते हैं लेकिन उनके सैनिटेशन की व्यवस्था नहीं है। इसी प्रकार गंगा, यमुना के संगम तट पर प्रति वर्ष माघ मेला के अलावा छह वर्षों में अर्धकुंभ मेला और 12 वर्षों में कुंभ मेला भी लगता है।

केंद्रीय टीम सदस्‍यों ने बारीकी से किया निरीक्षण

संगम क्षेत्र के बाद टीम के सदस्‍यों ने नैनी में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और फिर बसवार प्लांट का भी जायजा लिया। वहां पर कचरे से खाद, प्लास्टिक कचरे से बायो फ्यूल, मलबा से ईंट बनाने और मृत मवेशियों के निस्तारण प्लाटों का निरीक्षण टीम सदस्‍यों ने किया। फिलहाल मलबा से ईंट बनाने का प्लांट अभी शुरू नहीं हुआ है लेकिन उसका ट्रायल चल रहा है।

नगर निगम के अफसरों का दावा कि सभी प्‍लांट ठीक

नगर निगम के अफसरों का दावा है कि सभी प्लांट चलते हुए मिले। केंद्रीय टीम में सेंट्रल पब्लिक हेल्थ एंड इनवायरमेंटल इंजीनियङ्क्षरग अर्गनाइजेशन (सीपीएचओ) के डिप्टी एडवाइजर रोहित कक्कड़, असिस्टेंट एडवाइजर श्रवंथी जीवन, विपुल गुलाटी, तरुण राजवंशी और अनुराग प्रकाश, लखनऊ से महेश पांडेय शामिल थे।

टीम सदस्‍य गोपनीय निरीक्षण भी कर सकते हैं

टीम द्वारा शहर के कुछ क्षेत्रों का अलग से भी गोपनीय निरीक्षण किया जा सकता है। निरीक्षण के दौरान पर्यावरण अभियंता उत्तम कुमार वर्मा और जोन चार के जोनल अधिकारी संजय ममगई मौजूद थे।