लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्तिथ भातखंडे विश्वविद्यालय की 100 वर्ष की यात्रा के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि भातखंडे विश्वविद्यालय सांस्कृतिक विरासत का प्रमुख केंद्र रहा है और आने वाले समय में भी देश की सांस्कृतिक चेतना को दिशा देता रहेगा। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ में मंगलवार को शताब्दी समारोह का भव्य आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की 100 वर्ष की यात्रा के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से दशकों पुराने विश्वविद्यालय से जुड़ा 15 पैसे का ऐतिहासिक डाक टिकट प्रदर्शित किया।
विश्वविद्यालय के कला मंडपम सभागार में आयोजित समारोह में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, राज्यसभा सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा तथा लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पद्म विभूषण से सम्मानित प्रख्यात नृत्यांगना डॉ. सोनल मानसिंह रहीं। इस अवसर पर ‘विकसित भारत-2047 में भारतीय सांस्कृतिक परंपराएं’ विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का भी शुभारंभ किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक विरासत का प्रमुख केंद्र रहा है और आने वाले समय में भी देश की सांस्कृतिक चेतना को दिशा देता रहेगा। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की शताब्दी यात्रा पर आधारित प्रस्तुतियां दी गईं और भारतीय कला परंपरा की समृद्ध विरासत को रेखांकित किया गया।
