(www.arya-tv.com)शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भले ही चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लाख दावे किए जाते हो. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि परीक्षा फार्म भरवाने की प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन धराशाही दिखाई दे रहा है. सीसीएसयू प्रशासन द्वारा जिस नई कंपनी को छात्रों की समस्याओं का निवारण करने के लिए चुना था. वहीं परीक्षा फार्म भरवाने वाली छात्रों की सबसे बड़ी समस्या बन गई है. हालत यह है कि परीक्षा फार्म सही कराने के लिए हजारों की संख्या में प्रतिदिन स्टूडेंट विश्वविद्यालय के चक्कर लगा रहे हैं.
परीक्षा फॉर्म भरने में आ रही खामियां का अंदाज आप इसी से लगा सकते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन को बार-बार परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि को विस्तारित करना पड़ रहा है. लाखों की संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स है. जिनके परीक्षा फॉर्म में गड़बड़ियां पाई गई है. छात्रों का कहना है कि जहां परीक्षा फॉर्म में उनके सही कोड अंकित नहीं हो रहे. वही विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित किए गए शुल्क से अधिक शुल्क भी कंपनी द्वारा वसूला जा रहा है. वह पिछले 15 दिन से इसी तरीके से विश्वविद्यालय के चक्कर काटे हैं. लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
छात्रों की समस्या निवारण पर विश्वविद्यालय का फोकस
सीसीएसयू सहायक कुलसचिव सत्यप्रकाश सिंह ने लोकल-18 की टीम से खास बातचीत करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स द्वारा शिकायतें भेजी गई हैं, जिनके निवारण के लिए कंपनी के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की जा रही है. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.
जब तक उनके परीक्षा फॉर्म पूरी तरीके से नहीं भर जाएंगे. जब तक परीक्षाएं नहीं कराई जाएगी. साथ ही जो सत्र लेट हो रहा है. उसको भी समय से ही सुचारु किया जाएगा. उन्होंने बताया छात्रों के अधिक वसूला शुल्क भी छात्रों को वापिस किया जाएगा.
विश्वविद्यालय में पहली बार ऐसा देखने को मिला
बताते चलें के विश्वविद्यालय में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है. इस तरीके से परीक्षा फॉर्म में गड़बड़ी के साथ-साथ अधिक शुल्क भी वसूला जा रहा है. वही एक्सपोर्ट का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन खुद ही इस पूरी प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय में ही केंद्र बना ले तो जितना उसे खर्च करना पड़ता है वह भी बच पाएगा और स्टूडेंट को किसी तरह की समस्याएं नहीं होगी.