बुलंद हौसले के आगे हार गया कैंसर

Gorakhpur Zone UP

गोरखपुर(www.arya-tv.com)  कैंसर बेशक खतरनाक है। ज्यादातर मामलों में बीमारी जानलेवा हो जाती है। लेकिन, यह बात भी उतनी ही सच है कि यदि हौसला बुलंद हो व हिम्मत के साथ मुकाबला किया जाए तो बीमारी को मात दी जा सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जाने-माने संगीतज्ञ 76 वर्षीय डा. शरद मणि इसकी मिसाल हैं। दो साल के भीतर उन्होंने न सिर्फ प्रोस्टेट कैंसर को शिकस्त दी बल्कि अपनी संगीत साधना को अनवरत जारी रखा।

आज बीमारी उनके लिए बीते दिनों की बात हो चुकी है। इतना जरूर है कि डाक्टर की सलाह के मुताबिक वह सतर्कता बरतते हैं। इस बात का बराबर ध्यान रखते हैं कि बीमारी दोबारा सिर न उठाए। इसके लिए नियमित जांच कराने से कभी नहीं चूकते। बीमारी की जानकारी उनको साल 2012 में हुई।

इस मुश्किल घड़ी में उन्होंने हताश होने की बजाय धैर्य व हिम्मत से काम लिया। यह ठान लिया कि हर हाल में बीमारी से दो-दो हाथ करेंगे। इसी जिद के साथ एम्स नई दिल्ली पहुंचे। करीब डेढ़ महीने तक जांचें हुईं। रेडिएशन व दवा से इलाज शुरू हुआ और दो साल के भीतर बीमारी से मुक्त हो गए। तनाव से दूर रहने के साथ दिनचर्या नियमित रखी।

योगाभ्यास व संगीत से जुड़ाव भी उनके लिए वरदान साबित हुआ। डा.शरद बताते हैं कि बीमारी का पता चलने से लेकर इलाज खत्म होने तक कभी भी उन्होंने मनोबल नहीं खोया। कैंसर पीडि़त को वह संदेश देते हैं कि कभी हिम्मत न हारें, मजबूती से मुकाबले को तैयार रहें। सही चिकित्सकीय संस्थान व तनाव मुक्त होकर इलाज से सफलता मिलनी तय है।