मवेशियों को लंपी रोग से बचाने की मुहिम: प्रयागराज को मिले 50 हजार टीके

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(www.arya-tv.com)  पश्चिमी जनपदों में लंपी रोग के प्रकोप को देखते हुए प्रयागराज में भी इससे बचाव की तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि जनपद में मवेशियों को अभी लंबी बीमारी का ज्यादा खतरा नहीं है फिर भी शासन की ओर से 50 टीके यहां भेज दिए गए हैं। आज 19 सितंबर से जनपद में लंपी रोग से बचाव के लिए मवेशियों को टीके लगाने की तैयारी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपी राय ने बताया कि प्रतिदिन 2 हजार मवेशियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गाेवंशों को टीका लगाने की प्रक्रिया शुरू करा दी गई है।

टीकाकरण के 48 घंटे तक क्वारंटाइन रहेंगे मवेशी

CVO डॉ. आरपी राय बताते हैं, जिन मवेशियों को लंपी से बचाव के टीके लगाए जाएंगे उन्हें 2 दिन तक क्वारंटाइन किया जाएगा और इसकी निगरानी डाक्टरों द्वारा की जाएगी। पशु विभाग की टीम पशुपालकों को इसके लिए जागरूक कर रही है और इस बीमारी से मवेशियों को कैसे बचाएं यह भी बताया जा रहा है। टीके के असर को लेकर पशु विभाग के डाक्टर ज्यादा अलर्ट हैं।

सीमावर्ती इलाकों में प्राथमिकता

अच्छी बात यह है कि अभी तक प्रयागराज में लंपी बीमारी की चपेट में कोई भी मवेशी नहीं आए हैं। दूसरे राज्यों से यह रोग यहां न पहुंचने पाए इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। यही कारण है कि यह टीकाकरण पहले उन इलाकों में किया जाना है जो दूसरे जिलों के बार्डर के समीप हैं। बता दें कि प्रयागराज में प्रतापगढ़, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर, चित्रकूट, कौशांबी जिले शामिल हैं। जनपद और प्रदेश की सीमा पर 12 ब्लाक हैं और 188 गांव स्थित हैं। पहले आज से इन्हीं 188 गांवों में यह अभियान चलाया जाएगा।