(www.arya-tv.com)चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी या कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट पास कैंडिडेट्स की क्वालिफिकेशन अब पीजी डिग्री के बराबर होगी। इस बारे में यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने इंडियन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI), इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) और इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की अपील पर यह फैसला किया है। UGC के इस फैसले के बाद सीए के तीन लाख और सीएस के ढाई लाख स्टूडेंट्स को यूजीसी नेट में शामिल होने के साथ ही पीएचडी करने का भी मौका मिलेगा।
दो साल बाद मिली UGC की मंजूरी
इस बारे में ICAI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एमकाॅम और एमबीए के तुलना में सीए और सीएस का सिलेबस ज्यादा विस्तृत होता है। इस डिग्री को पास करने के लिए कठिन परीक्षाएं देनी होती हैं। ऐसे में ICSI के साथ मिलकर हम पिछले दो सालों से यूजीसी से इसे मान्यता देने की अपील कर रहे हैं। वहीं ICAI के सीसीएम धीरज खंडेलवाल ने सोशल मीडिया अकांउट के जरिए इस बारे में जानकारी दी।
इस साल मई में होगी सीए की परीक्षाएं
देश के 109 विश्वविद्यालय सीए, सीएस और आईसीडब्ल्यूए के स्टूडेंट्स को पोस्ट ग्रेजुएट मानकर पीएचडी ऑफर कर रहे हैं, लेकिन यूजीसी से कोई भी निर्देश न मिलने पर कुछ यूनिवर्सिटी पीएचडी कराने से मना कर रहे थे। इसके चलते ICAI और ICSI पिछले दो सालों से यूजीसी से यह मांग कर रहे थे। इस साल सीए इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 मई और फाइनल परीक्षाएं 21 मई से शुरू होंगी।
