(www.arya-tv.com)लखनऊ शहर पूर्वी क्षेत्र से विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ़ गोपालजी टंडन का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. वे 63 साल के थे. आशुतोष टंडन पूर्व राज्यपाल और दिग्गज बीजेपी नेता लालजी टंडन के बेटे थे. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वे शहर विकास मंत्री भी रहे. उनके आकस्मिक निधन से समर्थकों में शोक व्याप्त है.
आशुतोष टंडन कैंसर से जूझ रहे थे. उनके फेफड़े में इन्फेक्शन था और डेंगू भी हो गया था. मेदांता अस्पताल में आज सुबह 10.30 पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनका परिवार लखनऊ का प्रतिनिधित्व करने वाला एक प्रमुख राजनीतिक परिवार था. इसके साथ ही वे एक भले और लोकप्रिय इंसान भी थे. हर बार चुनाव में उनकी जीत का मार्जिन बढ़ता ही जाता था. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वे नगर विकास के कैबिनेट मंत्री और चिकित्सा शिक्षा के कैबिनेट मंत्री रहे. आशुतोष टंडन के पिता लाल जी टंडन भी कैबिनेट मंत्री रहे है.
राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने आशुतोष टंडन उर्फ़ गोपालजी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पार्टी ही नहीं उनके लिए भी व्यक्तिगत रूप से अप्पोरनिया क्षति हैं. दिनेश शर्मा ने कहा कि वे जितने लोकप्रिय नेता थे, उससे कहीं भले इंसान थे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी आशुतोष टंडन के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्होंने बीजेपी को मजबूत किया, उनके कामों को हमेशा याद रखा जाएगा
आशुतोष टंडन ने अपनी पढ़ाई लखनऊ यूनिवर्सिटी से पूरी की. पढ़ाई के बाद पिता लालजी टंडन की तरह ही वे भी राजनीति के मैदान में उतर गए. 2013 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर वे लखनऊ शहर पूर्वी सीट पर उपचुनाव में जीतकर विधायक बने. इससे पहले वह 2012 विधानसभा चुनाव में लखनऊ उत्तर सीट से खड़े थे, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली. 2017 के विधानसभा चुनाव में वे फिर जीते थे. 2022 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर वे मैदान में उतरे और तीसरी बार विधायक बने थे.