(www.arya-tv.com)देश और दुनिया की 7 बड़ी कंपनियों ने लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर डेवलप करने में रुचि दिखाई है। इनमें अडानी और जीएमआर के अलावा यूएस की आइएसक्यू इंफ्रास्ट्रक्चर(ISQ इंफ्रास्ट्रक्चर) भी शामिल हैं। तकनीकी परीक्षण के बाद यह तय होगा कि किस कंपनी को स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि दो साल के भीतर री-डेवलपमेंट का काम पूरा हो जाएगा।
इन कंपनियों ने चारबाग लखनऊ को संवारने में दिखाई है रुचि –
रेल भूमि विकास प्राधिकरण यानी आरएलडीए ने इसके लिए रिक्वेस्ट फ़ॉर क्वालिफिकेशन (RFQ) ऑनलाइन माध्यम से आमंत्रित की। बीती 08 जुलाई को बिड ओपन करने के बाद इन 07 कंपनियों की जानकारी हासिल हुई है।
- जीएमआर ग्रुप,
- अडानी ग्रुप,
- आइएसक्यू इंफ्रास्ट्रक्चर(ISQ इंफ्रास्ट्रक्चर) – यूएस बेस्ड,
- जीआर इंफ्रा,
- कल्पतरु,
- मेघा इंजीनियरिंग,
- वेलस्पन
रीडेवलपमेंट में क्या-क्या शामिल
- चारबाग स्टेशन को नया आयाम देने की तैयारी-यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी
- पीपीपी मॉडल से निखरेगा स्वरुप,हाई टेक स्टाइल में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने पर जोर,
- एक छत के नीचे आएंगे एनआर, एनईआर व मेट्रो स्टेशन, ओपन कॉनकोर्स देगा आकर्षक लुक,
रेल भूमि विकास प्राधिकरण करेगा मॉनिटरिंग
लखनऊ का आइकोनिक चारबाग रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा बनाने की तैयारी की जा रही है। भारतीय रेल की इस अद्भुत धरोहर को नया आयाम देने की पहल रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) कर रहा है। हालांकि, इस पूरी कवायद में निजी घरानों को भी शामिल करने की मंजूरी हो गई है। ऐसे में एयरपोर्ट के बाद अब रेलवे को भी निजी हाथों में सौंपने की बात सामने आ रही है।
यह होगा अहम –
खास बात यह है कि चारबाग रेलवे स्टेशन के दोनों हिस्सों यानी उत्तर रेलवे (लखनऊ) और पूर्वोत्तर रेलवे (लखनऊ जंक्शन) के स्टेशनों के अलावा 12.23 एकड़ कमर्शियल लैंड का भी रीडेवलपमेंट किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए करीब साढ़े 500 करोड़ से ज्यादा के निवेश की जरूरत होगी।
1st फेज – 442.5 करोड़,
2nd फेज – 114.3 करोड़
कुल प्रोजेक्ट (अनुमानित लागत) – 556.8 करोड़
यह होगा बदलाव –
- एनआर, एनईआर व मेट्रो स्टेशन तीनों का होगा एकीकरण
- पार्किंग एनहैंसमेंट – मल्टी स्टोरी बनाने पर होगा जोर
- फोर व्हीलर – 600, टू व्हीलर – 300
- प्लेटफार्म तक जाने के लिए एयर कॉनकोर्स भी बनेंगे
- यात्री सुविधाओं (पैसेंजर एमेनिटीज) को बढ़ावा देने के लिए बनेंगे नए लाउंज
- साथ ही प्लेटफार्म के स्वरुप भी बदले जाएंगे,सोलर पैनल भी लगाने जाने की है तैयारी
- अराइवल व डिपार्चर (आगमन व प्रस्थान) को अलग रखकर दूरी को रखा जाएगा बरकरार
- रेलवे स्टॉफ के लिए अलग से ऑफिस स्पेस भी रखा जाएगा
- स्टेशन के बाहर चारबाग स्टेशन की तरफ आने वाले सभी वाहनों को चैनेलाइज करते हुए पिक व ड्रॉप एरिया में बांटा जाएगा
- स्टेशन के दोनों छोर, यानी आगे व पीछे दोनों ही हिस्सों को विकसित करने की है तैयारी
इसमें नहीं होगी छेड़छाड़-
- चारबाग स्टेशन के बाहरी स्वरुप को यथावत रखने की बात कही जा रही,
- स्टेशन परिसर के बाहर बने चारो बागों को भी बरकरार रखकर उसके सौंदर्यीकरण पर काम किया जा सकता है।
- स्टेशन के बाहर के कियोस्क को कम करने पर भी होगा जोर