आयरन मैन को नसीहत देने लगे ओला के CEO भाविश अग्रवाल! कहा- मेरी नकल नहीं, कुछ नया ट्राई करो

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(www.arya-tv.com)ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में तेजी के बूते लगभग 21,000 करोड़ की नेटवर्थ के मालिक बन चुके भाविश अग्रवाल अब टेस्ला के मालिक अरबपति एलन मस्क को ही रास्ता दिखा रहे हैं. भाविश ने कहा कि एलन मस्क को कुछ नया करने के बारे में सोचना चाहिए. ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल एक न्यूज़ चैनल के कॉन्क्लेव में बोल रहे थे. हालांकि इस दौरान वे थोड़े लाइट मूड में नजर आए और हंसते हुए यह बात कही. बाद में यह भी कहा कि इस मसले पर वे सीरियस हैं. बता दें कि एलन मस्क को अपने बिजनेस और इनोवेटिव आइडियाज़ के लिए कई लोग ‘आयरन मैन’ भी कहते हैं.

इसी मौके पर जब एंकर ने उनकी तुलना एलन मस्क से की, जो इलेक्ट्रिक गाड़ी टेस्ला और टेस्ला ट्रक बनाते हैं, तो भाविश अग्रवाल ने कहा, “आप जानते हैं कि मैं बस खुद ही बना रहना चाहता हूं. मैं उनसे बहुत छोटा हूं, और वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें हम सभी आदर्श मानते हैं. लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मुझे यकीन नहीं है कि वे उन्हीं व्यवसायों में क्यों उतर रहे हैं जिनमें मैं हूं. शायद उन्हें बदलाव के लिए कुछ नया करने की कोशिश करनी चाहिए.” उन्होंने आगे कहा, “मैंने कृत्रिम की शुरुआत उनके AI बिजनेस शुरू करने से पहले की थी.”

भाविश ने ओला के विजन के बारे में बताया कि कैसे वह भारत और विश्व के लिए वैश्विक उत्पाद बनाना चाहते हैं. ओला की विभिन्न कंपनियों जैसे ओला कैब्स, ओला कृत्रिम और ओला इलेक्ट्रिक के जरिए उनका उद्देश्य भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में बदलाव लाना है.

पश्चिमी अरबपतियों से तुलना की बात के दौरान ही उन्होंने ये संदेश देने की कोशिश की हमें उनकी नकल करने की जरूरत नहीं है. हमें अपने स्वरूप में रहना. एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “हम चमड़े की जैकेट पहनने की बजाय कुर्ता-पायजामा पहनना पसंद करते हैं. अगर सिलिकॉन वैली में लोग चमड़े की जैकेट और काली पोलो टी-शर्ट पहन सकते हैं, तो हम कुर्ता क्यों नहीं पहन सकते और लंबे बाल क्यों नहीं रख सकते?”

मेरा एआई पहले आया, बाद में मस्क लाए
भाविश अग्रवाल ने एक दिलचस्प बात कही कि एलन मस्क को कुछ नया करने की कोशिश करनी चाहिए. उनका मानना है कि उन्होंने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) कंपनी ‘कृत्रिम’ की शुरुआत मस्क के एआई लाने से पहले की थी. उनके अनुसार, मस्क जैसे पश्चिम के बिजनेसमैन जो उत्पाद बना रहे हैं, वे केवल दुनिया के 1 बिलियन अमीर लोगों के लिए हैं. वहीं, ओला की योजना है कि वे भारत और अन्य विकासशील देशों के लिए उत्पाद बनाएं.

भाविश ने यह भी कहा कि उन्होंने ओला कृत्रिम की शुरुआत इसलिए की, क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत को अपनी खुद की AI तकनीक विकसित करनी चाहिए, न कि केवल विदेशी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए. ओला इलेक्ट्रिक भी इसी दिशा में काम कर रही है, और भारत में उनकी गीगाफैक्ट्री इसका एक बड़ा उदाहरण है.

लोगों को गलत साबित किया
भाविश ने यह भी बताया कि जब उन्होंने भारत में ओला की शुरुआत की थी, तब लोगों ने उन्हें EV (इलेक्ट्रिक वाहन) बाजार में प्रवेश करने से मना किया था. लोगों का कहना था कि भारत में EV का कोई भविष्य नहीं है और वह इस क्षेत्र में सफल नहीं हो सकते. लेकिन भाविश ने इन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यवसाय के मूल सिद्धांत मजबूत होते हैं और इरादे सच्चे होते हैं, तो सफलता मिलती है.