BBAU लखनऊ के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा “स्टार्टअप्स के लिए पूंजी जुटाना और फंड का प्रबंधन” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना और स्टार्टअप्स के लिए वित्तीय प्रबंधन एवं पूंजी जुटाने के तरीकों की जानकारी देना था।
कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजकुमार मित्तल के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने बताया आज का युग नवाचार और स्टार्टअप का है, जहां युवा वर्ग अपने नए विचारों को व्यवसाय में बदलकर देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकता है। इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रोफेसर नवीन कुमार अरोड़ा ने कहा कि नवाचार तभी संभव है जब छात्रों को सही दिशा, संसाधन और प्रोत्साहन मिले।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सनातन नायक, अध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग, बीबीएयू ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की गहराई से व्याख्या की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर मोहम्मद ओसामा, तमिलनाडु सरकार के मिशन से जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि तमिलनाडु सरकार किस प्रकार से स्टार्टअप्स को सहयोग प्रदान कर रही है।
इस संगोष्ठी की संयोजक डॉ. राजश्री, विभागाध्यक्ष, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बीबीएयू ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को वित्तीय जागरूकता प्रदान करना और उन्हें स्टार्टअप की शुरुआत के लिए तैयार करना है। कार्यक्रम में प्रोफेसर आर.ए. खान, डॉ. धीरेंद्र पांडे, डॉ. पी.के. चौरसिया, डॉ. अलका, डॉ. अमित कुमार सिंह और डॉ. अभिषेक वर्मा सहित सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सभी प्राध्यापकों ने सक्रिय भागीदारी की।
संगोष्ठी में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, शोधार्थियों और नवोदित उद्यमियों ने भाग लिया। प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान छात्रों ने विशेषज्ञों से स्टार्टअप पंजीकरण, वित्तीय प्लानिंग, निवेशकों से संपर्क, मार्केट एनालिसिस और उत्पाद विकास जैसे विषयों पर सवाल पूछे जिनका विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर दिया।