स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का दावा करने वाले प्रशासन के लिए आज एक शर्मनाक और परेशान करने वाली घटना सामने आई है. बस्ती जिला महिला अस्पताल, जहां मरीजों को जीवन मिलता है, वहीं आज चिकित्सकों के बीच की आपसी कलह ने अस्पताल की गरिमा को तार-तार कर दिया. मामला सिर्फ कहासुनी का नहीं, बल्कि हाथापाई तक पहुंच गया, जिसके बाद पूरा अस्पताल परिसर रणभूमि जैसा बन गया.
जिला महिला अस्पताल का गलियारा आज सुबह से ही अजीबोगरीब तनाव में था. रोज की तरह मरीजों की भीड़ थी, लेकिन उनके चेहरे पर इलाज की उम्मीद से ज्यादा खौफ और असमंजस था. डॉक्टरों के दो गुटों के बीच शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते एक बड़े बवाल में तब्दील हो गया.
यहां से हुई विवाद की शुरूआत
इस विवाद की शुरुआत कथित तौर पर तब हुई जब अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अनिल कुमार और एक अन्य चिकित्सक डॉ. तैय्यब अंसारी के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह बहस इतनी बढ़ी कि आरोप है कि सीएमएस डॉ. अनिल कुमार ने डॉ. तैय्यब अंसारी पर हाथ उठा दिया.
हाथापाई के बाद डॉ. तैय्यब अंसारी तुरंत कोतवाली पहुंचे और सीएमएस के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई. इस घटना से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. मरीज और उनके परिजन दहशत में आ गए. सूचना मिलते ही, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आ गए.
मौके पर पहुंचे सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजीव रंजन और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. एस.बी. सिंह तुरंत अस्पताल पहुंचे. इसके बाद, डीएम के निर्देश पर एडीएम प्रीतपाल सिंह भी मौके पर आए. उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोतवाल को भी अस्पताल बुलाया.
इस बीच, दोनों पक्षों को पुलिस की मौजूदगी में रखा गया. अधिकारियों ने अस्पताल के एक बंद कमरे में घंटों तक दोनों डॉक्टरों से बातचीत की, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. डॉ. तैय्यब अंसारी ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि सीएमएस ने न केवल उन पर हाथ उठाया, बल्कि उन्हें अपमानित भी किया.
दूसरी ओर, सीएमएस डॉ. अनिल कुमार की तरफ से अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. अधिकारियों ने भी इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है. कोई भी इस विवाद की असली वजह पर बात करने को तैयार नहीं है. डॉक्टर तैय्यब ने कहा कि अब वे महिला अस्पताल में नौकरी नहीं करेंगे, क्यों कि सीएमएस का व्यवहार ठीक नहीं है.
दोनों के बीच अधिकारियों ने कराया प्रकरण का निस्तारण
पूरे प्रकरण की जांच करने डीएम के निर्देश पर पहुंचे अपर जिला अधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान ने बताया कि दोनों डॉक्टरों से बात करके प्रकरण का निस्तारण करवा दिया गया है. अब उनके बीच कोई गीला शिकवा नहीं है.
वहीं डॉक्टर तैय्यब के आरोपों की जांच की गई, सीसीटीवी फुटेज में सीएमएस और डॉक्टर के बीच विवाद हुआ था, अब कोई मतभेद नहीं है, फिलहाल डॉक्टर तैय्यब अंसारी को जिला अस्पताल अटैच करने की तैयारी चल रही है.