छेड़खानी का विरोध रकने पर महिला को चलती ट्रेन से फेंका

Bareilly Zone UP

बरेली।(www.arya-tv.com) ट्रेन के अंदर शोहदों ने दुस्साहस किया। महिला कोच में जबरन सवार हुए और छेड़खानी करने लगे। एक युवती ने विरोध किया तो उसे चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। घायल अवस्था में राहगीरों ने उसे पड़ा देखा तो डायल 112 को बुला लिया। जिसके बाद युवती का इलाज कराया गया।

देवरिया की रहने वाली युवती पीलीभीत में अपने रिश्तेदार के घर रहकर एक निजी फर्म में नौकरी करती है। गुरुवार को वह बरेली आई और शाम करीब पांच बजे यहां से काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में लखनऊ जाने के लिए महिला कोच में सवार हुई, वहां से देवरिया के जाने लिए ट्रेन पकड़ती। युवती के अनुसार, ट्रेन में पहले से पांच युवक सवार थे जोकि फब्तियां कस रहे थे।

इन सब बातों की अनदेखी कर वह खिड़की के पास वाली सीट पर बैठ गई। आरोपित युवक वहां भी आ गए और छेड़खानी करने लगे। विरोध किया तो उन्होंने युवती के साथ मारपीट की और फिर उसे चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। वह पटरी के किनारे जा गिरी। युवती सिर और पीठ में गहरी चोट के कारण दर्द से कराह रही थी।

इसी बीच युवती को कुछ राहगीर वहां से जाते दिखे तो उसने उन्हें घटना की जानकारी दी, तब उन्होंने डायल 112 को फोन कर बुलाया। वहीं से युवती ने पीलीभीत में रहने वाले रिश्तेदारों को फोन कर घटना के बारे में बताया। डायल 112 के प्रभारी एसआइ सुधीर कुमार के अनुसार, शाम पौने छह बजे युवती फरीदपुर में द्वारिकेश शुगर मिल के पास रेल फाटक के किनारे घायल मिली थी, जिसे अस्पताल पहुंचाया।

 वर्ष 2011 में भी इसी तरह की घटना हुई थी। सुल्तानपुर निवासी पूर्व वॉलीबाल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा 11 अप्रैल को लखनऊ से दिल्ली जा रही थीं। पद्मावत एक्सप्रेस में कुछ युवकों ने चेन लूट की कोशिश में उनसे मारपीट की और बरेली जंक्शन के पास चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया था। हादसे में उनका पैर कट गया था। वह कुछ दिनों तक बरेली के जिला अस्पताल फिर दिल्ली के एम्स में भर्ती रहीं। बाद में अरुणिमा देश की पहली दिव्यांग बनीं, जिन्होंने एवरेस्ट फतह किया।