(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के बलिया में सोमवार देर शाम एक निजी चैनल के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बलिया के फेफना थाना से करीब 500 मीटर दूर पर कुछ बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। रतन सिंह ने हमलावरों से बचने के लिए भागने की कोशिश की लेकिन उन्होंने रतन को दौड़ाकर गोली मार दी और भाग निकले। इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि कई अन्य की तालाश कर रही है। वहीं फेफना थाने के एसओ को सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम योगी ने भी मृतक के परिजनों को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि मौके से तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य की तलाश चल रही है। उन्होंने बताया कि मृतक एक पत्रकार था लेकिन इस घटना में पत्रकारिता से संबंधित कोई भी बात शामिल नहीं है। यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच जमीन विवाद के बारे में है।
फेफना थाने का एसओ सस्पेंड
इस वारदात के बाद लोगों ने फेफना-रसड़ा मार्ग को जाम कर दिया। लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। परिजनों ने फेफना पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे एसपी ने एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को सस्पेंड करने और जांच के बाद अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खत्म करावाया था।
यह है मामला
रतन सिंह सोमवार को पूरे दिन जिला मुख्यालय बलिया में रहने के बाद शाम को अपने गांव चले गए। शाम को गांव में ही किसी के यहां बैठने के बाद पैदल ही वापस घर जा रहे थे। तभी घर कुछ लोगों ने उनपर फायर झोंक दिया। ग्रामीणों के अनुसार जान बचाने के लिए रतन ग्राम प्रधान में घर में घुस गए लेकिन हमलावरों ने पीछा नहीं छोड़ा और एक-एक कर तीन गोलियां दाग दी। इससे रतन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले रतन का उनके पट्टीदारों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। तब उन्होंने जान से मार देने की धमकी भी दी थी। हालांकि परिवार वालों की ओर से अबतक कोई तहरीर नहीं दी गई।