(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की चर्चा इन दिनों देशभर में हो रही है और हो भी क्यों ना आखिर जिस जिले में पूरा प्रशासन रात को जाग रहा है तो चर्चा होना लाजिमी है. दरअसल, बहराइच जिले के महसी तहसील के 50 गांवों के करीब 80 हजार लोग खौफ के साये में जी रहे हैं. ये डर किसी डाकू या भूत-प्रेत का नहीं बल्कि भेड़ियों का है. गांवों में भटक रहे इन भेड़ियों के मुंह को इंसानों के खून का स्वाद लग गया है, जिसकी तलाश में अब वो घरों में घुसकर हमला कर रहे हैं. इन भेड़ियों ने 10 लोगों को मार डाला है और 30 से अधिक लोगों को घायल कर दिया. इसी कड़ी में सोमवार की रात यानी कि अमावस की रात को भेड़िये इस कदर आदमखोर बन गए कि एक रात में ही कई घरों में हमला कर दिया.
मैकिपुरवा गांव में भेड़ियों का हमला
महसली तहसील के मैकिपुरवा गांव में सोमवार की रात को भेड़ियों ने हमला किया. इन भेड़ियों में जो सबसे खतरनाक है, वो लंगड़ा है. वन विभाग की टीम लगातार आदमखोर भेड़ियों को ट्रेस कर रही है. जैसे ही वन विभाग की टीम को भेड़िए की जानकारी मैकिपुरवा गांव मैं मिली, उसके बाद वन विभाग की टीम ने सर्च ऑपरेशन जारी कर दिया.
एक ही घर पर 4 बार हमला
मैकिपुरवा गांव के छोटे लाल जायसवाल के घर पर आदमखोर भेड़िए ने 4 बार हमला किया है. एक बार तो आदमखोर भेड़िया छोटेलाल जयसवाल के घर की सीढ़ियों के जरिए छत पर चढ़ गया. दरअसल, घर के मासूम बच्चे छत पर सोते हैं. गर्मी और उमस का दिन है. ऐसे में परिवार के लोग घर की छत पर सो रहे थे. घर के सबसे बड़े बुजुर्ग रात के वक्त सो नहीं रहे थे. वह छत पर केवल लेटे हुए थे. उन्होंने भेड़िए को देख शोर मचाया. उसके बाद भी भेड़िया भाग नहीं. काफी शोर मचाने के बाद गांव में पहरेदारी देने वाले लोग पहुंचे और उसके बाद भेड़िया वहां से भागा. छोटेलाल जयसवाल का कहना है कि जो भेड़िया छत के ऊपर आ गया था वह लंगड़ा भेड़िया था. यही वजह है कि छोटे लाल जायसवाल के घर के आस-पास पहरेदारी लगातार होती है.