(www.arya-tv.com) गोरखपुर चिड़ियाघर में जन्मे दरियाई घोड़े के बच्चे को दर्शक देख सकेंगे। उसके बाड़े पर लगे पर्दे को अब हटा दिया गया है। नन्हे दरियाई घोड़े का नाम ‘माही’ रखा गया है।
प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि मार्च 2021 में कानपुर प्राणी उद्यान से नन्हे (नर) और लक्ष्मी (मादा) दरियाई घोड़े को प्राणि उद्यान में लाया गया था। फिलहाल प्राणी उद्यान में जन्मे दरियाई घोड़े को लेकर कुल तीन दरियाई घोड़े हो गए हैं। तीनो पूरी तरह से स्वस्थ है
वन जीवों को गोद लेने के लिए आगे आएं लोग
प्राणि उद्यान के निरीक्षण के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव श्री आचार्य ने प्राणी उद्यान में और वन्यजीवों को लाने के लिए आवश्क कदम उठाए को कहा। उन्होंने कहा कि दर्शकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही वन्य जीवों को गोद लेने के लिए दर्शकों सहित शहर वासियों को प्रोत्साहित किया जाए।
अब तीनों का दीदार कर सकेंगे दर्शक
प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह ने बताया, साल के पहले दिन 1 जनवरी 2023 को लक्ष्मी ने नन्हे शिशु को जन्म दिया था। लक्ष्मी अपने बच्चे को सकुशल पाल सके और दोनों का स्वास्थ्य ठीक रहे, इसके देखते हुए तभी से लक्ष्मी और उसके नन्हे शिशु को दर्शकों के समक्ष नहीं लाया गया था। अब बच्चे ने मां के साथ खाना शुरू कर दिया है।
वन्यजीव प्रेमियों ने जताई खुशी
वन्यजीव एवं पर्यावरण के क्षेत्र में सक्रिय संस्था हेरिटेज फांउडेशन की संरक्षिका डॉ अनिता अग्रवाल और पशु कल्याण कार्यकर्ता शिवेंद्र यादव ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि दरियाई घोड़ा की जोड़ी से इस बच्चे का जन्म गोरखपुर के प्राणी उद्यान में हुआ, यह प्राणी उद्यान और गोरखपुर की एक उपलब्धि है।