(www.arya-tv.com)अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पेट्रोकैमिकल में बीटेक करने वाले अब्दुल्ला अर्सलान को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस का दावा है कि अर्सलान आईएसआईएस संगठन से जुड़ा है और वह यहां जिहाद के लिए फ़ौज खड़ा कर रहा था. इतना ही नहीं वह दीपावली पर बड़े धमाके की साजिश रच रहा था.
दरअसल, अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन इलाके के आलमबाग गली नंबर 6 के रहने वाले अब्दुल्ला अर्सलान को एटीएस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला अर्सलान का आईएसआईएस संगठन से कनेक्शन है और वह एक आतंकवादी है. इसके बाद एटीएस ने उसे 5 अक्टूबर की रात लगभग 3 बजे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. यूपी एटीएस का दावा है कि अब्दुल्ला अर्सलान के कमरे से कई ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं जो उसे सीधे-सीधे आतंकी ठहराने का काम करते हैं.
अब्दुल्ला अर्सलन की मां ने ऑफ कैमरे जानकारी देते हुए बताया कि अब्दुल्ला अर्सलन पढ़ने में बहुत ही होशियार हैं और उसने 2021 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पेट्रोकैमिकल में बीटेक किया है. वह वर्तमान में बच्चों को पढ़ाने का काम करता हैं. इतना ही नहीं अब्दुल्ला अर्सलन ने बचपन में दीनी तालीम भी हासिल की थी. अब्दुल्ला अर्सलान ने हाफिज बनने की तालीम भी हासिल की है. 5 तारीख की रात को लगभग 3 बजे 20 से 25 लोग सादे कपड़ों में आए और घर का दरवाजा खटखटाने लगे और कहने लगे दरवाजा खोलो। इसके बाद बेटे अब्दुल्ला अर्सलान को अपने साथ ले गए.
माज बिन को भी किया गया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला अर्सलान के पास से यूपी एटीएस ने एक पेन ड्राइव, मोबाइल सहित कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की है जो आईएसआईएस संगठन से जुड़े होने का संकेत देती है. वहीं एटीएस ने दूसरे आईएसआईएस संगठन से जुड़े माज बिन तारीख पुत्र मोहम्मद तारिक निवासी थाना क्वार्सी फोर्थ फ्लोर अल अब्राहम अपार्टमेंट मंजूरगढ़ी अलीगढ़ को भी गिरफ्तार किया है. जिसके कब्जे से एक आईफोन, एक पेन ड्राइव, एक एंड्रॉयड फोन और अन्य चीज बरामद की गई है. यूपी एटीएस का दावा है कि दोनों पकड़े गए आईएसआईएस संगठन से जुड़े हुए हैं और उनके पास से तमाम ऐसी सामग्री बरामद की गई है जो आतंकवादी साबित करती है.
पड़ोसियों ने कही ये बात
अब्दुल्ला अर्सलान के पड़ोस में रहने वाले शमशाद बताते हैं कि वह व्यवहार के बहुत अच्छे थे और सुबह शाम ही दिखाई देते थे. बच्चों को पढ़ाने का काम करते थे. उसके बाद शाम को घर आते थे. ज्यादा बातचीत उनसे कभी हुई नहीं, लेकिन उनका व्यवहार बहुत अच्छा था और चुपचाप रहते थे. कभी भी आते थे तो सीधे अपने घर के अंदर चले जाते थे. किसी व्यक्ति से उनका कोई लेना-देना नहीं था.
